अकर्मा का अर्थ
[ akermaa ]
अकर्मा उदाहरण वाक्य
परिभाषा
विशेषण- जो कोई काम न करता हो:"निकम्मे व्यक्ति को सभी कोसते हैं"
पर्याय: निकम्मा, निठल्ला, निठल्लू, निरुद्यमी, अकर्मण्य, निखट्टू, कर्महीन, नकारा, नाकारा, उद्यमरहित, अव्यवसायी, निर्यत्न, निरुद्योगी, अयत्नकारी, अनुद्यत, बेकार, फालतू, फ़ालतू, आलतू-फालतू, आलतू-फ़ालतू, मट्ठर, बोदा, बोद्दा, अहदी, आखोर, अप्रगल्भ, आलसी, अकृती, अकृति, गायताल, अनेरा
- वह जो कोई काम न करता हो:"हमारे गाँव में आपको दो-चार निकम्मे मिल ही जायेंगे"
पर्याय: निकम्मा, निठल्ला, निठल्लू, निखट्टू, अकर्मण्य व्यक्ति
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- मोक्ष का अर्थ है - अकर्मा होना।
- ब्रह्म नहीं बदलता , वह अकर्मा है, अकेला कुछ नहीं है।
- ब्रह्म नहीं बदलता , वह अकर्मा है , अकेला कुछ नहीं है।
- अकर्मा दस्यु ' कहा गया है यानि कर्महीन व्यक्ति राक्षस के समान होता है।
- अकर्मा / अकर्मन - वि., सं., कर्मरहित, जो कुछ न कर्ता हो, निकम्मा, बेकाम, संस्कार आदि का अनधिकारी.
- ऐसे लोगों को वेद में दस्यु या राक्षस कहा गया है अकर्मा दस्यु : - वेद ।
- गीता के तीसरे अध्याय का पांचवां श्लोक कहता है कि , कोई जीव एक क्षण भी अकर्मा नहीं रह सकता।
- कबीर गाते हैं… . “हरि मोरे पीउ मैं हरि की बहुरिया …”…अर्थात मूल-ब्रह्म पुरुष-रूप है अकर्मा, परन्तु जीव रूप में ब्रह्म ( मैं ) मूलत:…स्त्री-भाव है ताकि संतुलन रहे।
- वह सदा अकर्मा , अविनाशी , परे सभी से , केवल दृष्टा ॥ ४ - वह था , है , होता है या नहीं , कब कौन कहाँ यह समझ सका ।
- इस रूप में , मैं -कारणों का कारण , कारण ब्रह्म हूं , जो अगुण , अक्रिय , अकर्मा , अविनाशी , सबसे परे-परात्पर एवं केवल द्रिष्टा -सब द्रष्टियों की द्रष्टि- हूं।