अकारान्त का अर्थ
[ akaaraanet ]
अकारान्त उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- पर जायसी में अकारान्त संज्ञा कर्ता में भी यह
- अकारान्त में “अ” पर खास बल दिया जाता है .
- कर्ता के तथा अकारान्त संज्ञा कर्ता में मिलता है।
- अकारान्त में “अ” पर खास बल दिया जाता है .
- अकारान्त उत्तर पदवाला द्विगु समास स्त्रीलिंग होता हैं और खर्व शब्द
- अकारान्त वर्णोंकी वर्तुल ध्वनि बँगला भाषा में बँगाली रोशोगोला ( रसगोला) की सरसता सेमुंहभर देती है.
- यहाँ किसी परिवर्णी के किसी अकारान्त अक्षर का उच्चारण अकार सहित किया जाना चाहिए ।
- ' स ' का ' श ' में बदल जाना और अकारान्त शब्दों का एकारान्त हो जाना।
- साधारणतः दो या दो से अधिक अक्षरवाले अकारान्त हिन्दी शब्दों के अन्तिम अन्तर्निहित अकार का उच्चारण नहीं होता ।
- अकारान्त शब्द के तृतीया बहुवचन में पालि-भाषा में केवल विसर्ग मात्रा का त्याग करके वैदिक प्रयोग ही रक्षित रहता है।