अक्षय-तृतीया का अर्थ
[ akesy-teritiyaa ]
अक्षय-तृतीया उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की तीसरी तिथि:"अक्षयतृतीया को वट के पूजन का विधान है"
पर्याय: अक्षयतृतीया, अक्षयतीज, अक्षय तीज, अक्षय-तीज, आखा-तीज, आखा तीज, अखती, अखतीज, आखातीज, अखयतीज, अखय-तीज, अक्षया, चंदन-यात्रा, चन्दन-यात्रा, दारुणा
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- * अक्षय-तृतीया - भगवान् परशुराम की जय !
- || अक्षय-तृतीया माहात्म्यम् || ( संस्कृत स्वरचित)
- * अक्षय-तृतीया - भगवान् परशुराम की जय ! * परशुराम और राम-लक्ष्मण संवाद
- अक्षय-तृतीया के दिन ककड़ी , खीरा और तरबूज मंदिर के पूजारीजी को दान करें।
- उस दिन से वैशाख शुक्ला तृतीया का दिन , अक्षय-तृतीया के नाम से प्रसिद्ध हुआ।
- उस दिन से वैशाख शुक्ला तृतीया का दिन , अक्षय-तृतीया के नाम से प्रसिद्ध हुआ।
- ९ बजे मैं रेलगाडीमें यात्रा करते समय ' दैनिक सनातन प्रभात'का 'अक्षय-तृतीया विशेषांक' पढ रहा था ।
- जयंती पर आप सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभ-कामनाएं -आज है अक्षय-तृतीया , हिंदुस्तान मैं शादी-विवाह का एक
- इस प्रकार चंदन-यात्रा की सेवा का समर्पण क्रम सर्वप्रथम जगन्नाथपुरीस्थित ठाकुर जगन्नाथ मंदिर में अक्षय-तृतीया के दिन प्रारम्भ हुआ।
- अक्षय-तृतीया के दिन प्रात : महीन चंदन में यमुना जल, गुलाब जल, इत्र, कर्पूर का पाउडर व केसर आदि का मिश्रण गोस्वामी गणों द्वारा किया जाता है।