अनख का अर्थ
[ anekh ]
अनख उदाहरण वाक्य
परिभाषा
विशेषण- बिना नख का:"वह अनख जीवों की खोज में निकला हुआ है"
- काजल की बिन्दी जो बच्चों को नज़र से बचाने के लिए लगाते हैं:"माँ ने बच्चे के गाल पर डिठौना लगाया"
पर्याय: डिठौना, नजर का टीका, दिठौना, नज़र का टीका, डिठौरा, नज़रबट्टू, अंक, अनखा, नजरबट्टू, अङ्क - दूसरे का लाभ या हित देखकर होने वाला मानसिक कष्ट:"मेरी तरक्की देखकर उसे ईर्ष्या हो रही है"
पर्याय: ईर्ष्या, जलन, द्वेष, कुढ़न, डाह, आग, द्वेश, ईर्षा, ईर्षणा, ईर्षण, इरषा, इरषाई, ईरखा, दाह, असूया, मत्सर, रीस, रश्क, हसद, इकस, इक्कस, अनर्थभाव, उड़ैच, अक्षमा, आदहन - खीजने का भाव या वह क्रोध जो मन-ही-मन रहे:"उसकी खीज देखकर सब उसे और चिढ़ाने लगे"
पर्याय: खीज, झुँझलाहट, कुढ़न, भँड़ास, खुंदक, खीस, खीझ
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- देखें - भाव कुभाव अनख आलस हू ।
- रावन ने अनख यानी शत्रु भाव से आस्था रखी .
- को अब अनख सहै प्रतिदिन को नाहिन रहनि हमारा।
- ” भाव कुभाव अनख आलस हू ।
- को अब अनख सहै प्रतिदिन को नाहिन रहनि हमारा।
- घट घट देखे अनख को पूछे जात न पात ।
- भाव कुभाव अनख आलस हू ।
- रावन ने अनख यानी शत्रु भाव से आस्था रखी .
- भाव कुभाव अनख आलस हू ।
- भाव कुभाव अनख आलस हू ।