अनग्नि का अर्थ
[ anegani ]
अनग्नि उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- यज्ञादि करम से रहित:"धीरे-धीरे हम अनग्नि होते जा रहे हैं"
उदाहरण वाक्य
- जब पृथ्वी तड़-तड़ करके फटने लगे , उसमें कम्पन होने लगे , अनग्नि धूम उत्पन्न हो , बिना वर्षा के जल गिरे , जल में प्रक्षिप्त पत्थर न डूबे और प्रक्षिप्त मृतशरीर डूब जाये , अकाल पुष्प-फल उत्पन्न हों , तब यह अनुष्ठेय है।
- जब पृथ्वी तड़-तड़ करके फटने लगे , उसमें कम्पन होने लगे , अनग्नि धूम उत्पन्न हो , बिना वर्षा के जल गिरे , जल में प्रक्षिप्त पत्थर न डूबे और प्रक्षिप्त मृतशरीर डूब जाये , अकाल पुष्प-फल उत्पन्न हों , तब यह अनुष्ठेय है।