अनैश्वर्य का अर्थ
[ anaishevrey ]
अनैश्वर्य उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- / गरीबी का यह आलम है कि रातें खुले आसमान के नीचे तारों को गिन-गिनकर काटनी पड़ती हैं"
पर्याय: गरीबी, निर्धनता, दरिद्रता, दीनता, दैन्य, ग़रीबी, विपन्नता, दारिद्रय, कंगाली, कंगालपन, रंकता, तंगहाली, फकीरी, फ़क़ीरी, तंगदस्ती, क्षुद्रता, मुफ़लिसी, मुफलिसी, मिसकीनी, मिसकीनता, कालकर्णिका, बेकसी, अभाव, अभूति, विधनता, अवित्ति, दरिद्राण, अकिंचनता - अणिमा आदि सिद्धियों का अभाव:"गुरु ने शिष्य की सिद्धियों को विफल कर उसे अनैश्वर्य बना दिया"
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- अज्ञान , अधर्म , अनैश्वर्य का साधन बनता है।
- अज्ञान , अधर्म , अनैश्वर्य का साधन बनता है।
- अधर्म , अनैश्वर्य , अवैराग्य के मूल में अविद्या होती है।
- अधर्म , अनैश्वर्य , अवैराग्य के मूल में अविद्या होती है।
- आप मेरे घर से अनैश्वर्य , वैभवहीनता तथा धन वृद्धि के प्रतिबंधक विघ्नों को दूर करें।
- अविद्या इसका विपरीत भाव-अधर्म , अज्ञान , अवैराग्य तथा अनैश्वर्य अथवा अविद्या , अस्मिता , राग-द्वेष , अभिनिवेश रूप है।
- धर्म - अधर्म , ज्ञान - अज्ञान , वैराग्य - अवैराग्य , ऐश्वर्य - अनैश्वर्य - ये आठ भाव प्रकृतिजनित बताए गए हैं ।
- जो पुरूष असम्भूति और विनाश इन दोनो की उपासना के समुच्च को जानता है वह जिनके कार्य का धर्म विनाश है दस धर्मी के साथ धर्म के अभेद सम्बन्ध से उसे विनाश कहा गया उस विनाश की उपासना से अधर्म तथा कामना अदि दोषो से उत्पन्न हुये अनैश्वर्यरूप मुत्यु को प्राप्त करके हिरण्यगर्भ की उपासना से अणिमादि ऐश्वर्य की प्राप्ति यप फल ही मिलता है , अत: उससे अनैश्वर्य आदि मृत्यु को पार करके असंभूति अव्यक्त की उपासना से अमृत को पाप्त कर लेता है।