अपाहज का अर्थ
[ apaahej ]
अपाहज उदाहरण वाक्य
परिभाषा
विशेषण- जिसके हाथ-पैर या शरीर के किसी अंग में विकृति हो :"हमें विकलांग व्यक्तियों की मदद करनी चाहिए"
पर्याय: विकलांग, अपाहिज, अंगहीन, अपंग, निपंग - जिसका कोई अंग न हो:"रेल से एक पैर कट जाने के कारण श्याम अपंग हो गया"
पर्याय: अपंग, अपाहिज, अंगहीन, अपांग - काम न करने योग्य :"अपाहिज देवर की देख-रेख भी मुझे करनी पड़ती है"
पर्याय: अपाहिज
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- तुम्हारी मर्ज़ी बिना वक्त भी अपाहज है
- तुम्हारी मर्ज़ी बिना वक़्त भी अपाहज है
- अ पाहिज शब्द वास्तव में अपाहज है मगर इसकी वर्तनी का प्रचलित रूप अपाहिज है।
- जबकि मानव स्वभावतः इतना अपाहज है कि बिना अन्य सहयोग के स्वतः कुछ नहीं सीख सकता .
- मनुष्य एक ऐसा अपाहज प्राणी है , जो बिना सिखाए ऐसे कार्यों में अक्षम रहता है ;
- तुम्हारी मर्ज़ी बिना वक़्त भी अपाहज है न दिन खिसकता है आगे , न आगे रात चले ||
- अपाहज बनने का क्रम कुछ यूं रहा- अपादहस्त > अपादहत्थ > अपाअहत्थ > अपाअहज्ज > अपाहज > अपाहिज ।
- अपाहज बनने का क्रम कुछ यूं रहा- अपादहस्त > अपादहत्थ > अपाअहत्थ > अपाअहज्ज > अपाहज > अपाहिज ।
- “ अरे पहले बच्चों को खिला दिया कर … ” हलके से कराहते हुए सरोज बोली “ मेरा क्या है , सारा दिन पड़ी तो रहूँ हूँ अपाहज बनी … और काम ही क्या है मुझे … ? खा लूँगी कभी भी … पहले बच्चों को दिया कर … ”
- मनुष्य एक ऐसा अपाहज प्राणी है , जो बिना सिखाए ऐसे कार्यों में अक्षम रहता है ; सिखाए जाने पर उल्टा, सीधा, तिरछा सब तरह तैर सकता है, तथा जल पर तैरने, अंदर डुबकी लगाने एवं आकाश में उड़ने आदि के अनेक साधनों का निर्माण कर सकता है जबकि अन्य प्राणियों में ऐसी कोई सम्भावना नहीं.