अफ़ू का अर्थ
[ afeu ]
अफ़ू उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- वह पौधा जिसके डोडे में से अफ़ीम निकलती है:"उसने अपने घर के पिछवाड़े अफ़ीम लगाई है"
पर्याय: अफ़ीम, अफीम, पोस्त, पोस्ता, अफू - चित्त की वह वृत्ति जिससे मनुष्य दूसरे द्वारा पहुँचाया हुआ कष्ट सह लेता है और उसके प्रतिकार या दंड की इच्छा नहीं करता:"क्षमा वीरों का आभूषण है"
पर्याय: क्षमा, माफ़ी, माफी, तितिक्षा, अफू, मुआफ़ी, मर्षण, निष्कृति
उदाहरण वाक्य
- इस हुक्म को ‘ क़ुलिल अफ़ू ‘ का नाम दिया गया है।
- क्योंकि हज़रत मसीह ख़ुदावन्दे कुद्दूस की स्प्रिट में मुजस्सम प्रेम , अफ़ू और दरगुज़र की तालीम देते हैं , जबकि वेदों के मज़कूरा बाला मंतरों का प्रकाशक ( जैसा कि वेदों को इलहामी मानने वालों का ख़्याल है ) निहायत ही कीना तोज़ बुग्ज़ व हसद व ग़ैज़ व ग़ज़ब का शिकार नज़र आता है।
- क्योंकि हज़रत मसीह ख़ुदावन्दे कुद्दूस की स्प्रिट में मुजस्सम प्रेम , अफ़ू और दरगुज़र की तालीम देते हैं , जबकि वेदों के मज़कूरा बाला मंतरों का प्रकाशक ( जैसा कि वेदों को इलहामी मानने वालों का ख़्याल है ) निहायत ही कीना तोज़ बुग्ज़ व हसद व ग़ैज़ व ग़ज़ब का शिकार नज़र आता है।
- लेकिन परवरदिगार अपने बन्दों को सख़्त तरीन हालात से आज़माना चाहता है और उनसे संगीनतरीन मषक़्क़तों के ज़रिये बन्दगी कराना चाहता है और उन्हें तरह-तरह के नाख़ुषगवार हालात से आज़माना चाहता है ताके उनके दिलों से तकब्बुर निकल जाए और उनके नुफ़ूस में तवाज़ोअ और फ़रवतनी को जगह मिल जाए और इसी बात को फ़ज़्ल व करम के खुले हुए दरवाज़ों और अफ़ू व मग़फ़ेरत के आसानतरीन वसाएल में क़रार दे दे।