अभिनवगुप्त का अर्थ
[ abhinevgaupet ]
अभिनवगुप्त उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- बहुमुखी प्रतिभा के धनी, संस्कृत के एक कश्मीरी विद्वान् जो कश्मीर शैवदर्शन के आचार्य थे:"ध्वन्यालोक-लोचन, अभिनवभारती, प्रत्यभिज्ञाविमर्शिनी, तंत्रालोक इत्यादि आचार्य अभिनवगुप्त की प्रसिद्ध रचनाएँ हैं"
पर्याय: आचार्य अभिनवगुप्त
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- इसपर अभिनवगुप्त कृत विवृति प्रकाशित हो चुकी है।
- अभिनवगुप्त ने “तत्वज्ञान” को स्थायी माना है।
- अभिनवगुप्त ( 975-1025) दार्शनिक, रहस्यवादी एवं साहित्यशास्त्र के मूर्धन्य आचार्य।
- आचार्य अभिनवगुप्त के उद्धृत उपर्युक्त विचार काफी संश्लिष्ट हैं।
- अभिनवगुप्त ( 975-1025) दार्शनिक, रहस्यवादी एवं साहित्यशास्त्र के मूर्धन्य आचार्य।
- अभिनवगुप्त ने “तत्वज्ञान” को स्थायी माना है।
- अभिनवगुप्त ने एक अंक और १२ नायक बताए हैं।
- अभिनवगुप्त के अनुसार भरत इसी आधार पर मुनि है।
- अभिनवगुप्त का व्यक्तित्व बड़ा ही रहस्यमय है।
- अभिनवगुप्त का तन्त्रालोक इसका महान ग्रन्थ है।