अभ्याश का अर्थ
[ abheyaash ]
अभ्याश उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- सर्वत्र व्याप्त होने की अवस्था या भाव:"ईश्वर की अभिव्याप्ति पर मुझे कभी संशय नहीं होता है"
पर्याय: अभिव्याप्ति
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- इन्द्रियों का पीछा करो , मन का पीछा करो और जब इसका अभ्याश हो जायेगा तब कर्म स्वतः आसक्ति रहित होनें लगेगें।
- [ ख ] हम जो करनें जा रहे हैं उसका परिणाम क्या होगा ? [ ग ] कर्म करनें के भाव से गुणों को समझनें का गहरा अभ्याश होना चाहिए ।
- और यदि आप फिर भी जंगल में चुप कर धनुष कला का अभ्याश करना चाहते हैं और ये सोचते हैं कि सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर बन जाऊँगा ( अर्जुन से भी बेहतर ) तो वो बाद याद रखें जो महाभारत में हुई थी ।
- और यदि आप फिर भी जंगल में चुप कर धनुष कला का अभ्याश करना चाहते हैं और ये सोचते हैं कि सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर बन जाऊँगा ( अर्जुन से भी बेहतर ) तो वो बाद याद रखें जो महाभारत में हुई थी।
- आप यदि मुक्त जीवन जीनें का आनंद लेना चाहते हैं तो एक काम करें , अपनें मन का पीछा करनें का अभ्याश करें , कुछ दिनों बाद आप भोग- तत्वों की पकड़ से मुक्त होनें लगेंगे और तब आप को आनंद की झलक मिलनें लगेगी -ज्यादा नही मात्र कुछ दिन करके देखिये , इसमें आप का क्या लगनें वाला है ?
- तथा शिकार मैं भी रूचि रखते हैं एक उच्च सकारी अधिकारी होने के कारण भवानी सिंह के पिता ने अपने पुत्र और उसके सहपाठियों के लिए जंगल मैं भार्मन और शीकार खेलने की आज्ञां प्राप्त कर ली ! क्रांतिकारी प्रतिदिन सांयकाल मैं जंगल जाते और वहाँ गोली चलाने का अभ्याश करते ! कुछ दिनों पश्चात् इनकी सूचना सरकार को मिल गयी ! अतः सरकार ने इनको पकड़ने के प्रयाश तेज कर लिए , किन्तु क्रांतिकारी पुलिश को धोखा देकर भागने मैं सफल हो गए !