अरिष्टनेमी का अर्थ
[ arisetnemi ]
अरिष्टनेमी उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- जैनियों के बाईसवें तीर्थंकर:"नेमीनाथ का नाम ऋग्वेद में चार बार प्रयुक्त हुआ है"
पर्याय: नेमिनाथ, नेमि, अरिष्टनेमि, अरिष्ट नेमीनाथ भगवान, अरिष्ट नेमीनाथ - कश्यप ऋषि का पुत्र:"अरिष्टनेमी का जन्म विनिता के गर्भ से हुआ था"
पर्याय: अरिष्ट, अरिष्ट ऋषि - एक प्रजापति:"अरिष्टनेमी का वर्णन पुराणों में मिलता है"
पर्याय: कश्यप प्रजापति - राजा सागर के श्वसुर:"अरिष्टनेमी का वर्णन पुराणों में मिलता है"
- सोलहवाँ प्रजापति:"अरिष्टनेमी का उल्लेख पुराणों में है"
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- इन्हें अरिष्टनेमी के नाम से भी जाना जाता था।
- एकबार तीर्थंकर अरिष्टनेमी विहार करते करते द्वारिका में आ पहुंचें .
- यहाँ पर जैनियों के भी पदमप्रमु नेमनाथ और अरिष्टनेमी के सुप्रसिद्ध मन्दिर हैं।
- श्रीकृ्ष्ण के लघु भ्राता गजसुकुमाल : - एकबार तीर्थंकर अरिष्टनेमी विहार करते करते द्वारिका में आ पहुंचें.
- सोच में डूबी देवकी इस बात का स्पष्टीकरण पूछने अरिष्टनेमी भगवान के पास पहुँचती है . .........
- विशाल जिन प्रतिमा , ऋषमदेव की प्रतिमा, शिलास्तम्भ, ऋषभ प्रतिमा, कंकाली टीले की सरस्वती प्रतिमा एवं अरिष्टनेमी की प्रतिमा.
- * यहाँ पर [ [ जैन | जैनियों ]] के भी पदमप्रमु नेमनाथ और अरिष्टनेमी के सुप्रसिद्ध मन्दिर हैं।
- जैन ग्रन्थों के अनुसार बाईसंवें तीर्थंकर भगवान अरिष्टनेमी के पिता समुद्रविजय थे , और उनके छोटे भाई वासुदेव की पत्नि देवकी से कृ्ष्ण का जन्म हुआ था.
- ( वहाँ पु. ३. ४८. ४१ और ३. ४९. ६) फिर उसने मातृचरण वन्दना की. सगर की दो पत्नियाँ थीं; एक वैदर्भी केशिनी, दूसरी अरिष्टनेमी की पुत्रीऔर सुपर्ण की बहिन.
- भगवान श्री अरिष्टनेमी अवसर्पिणी काल के बाईसवें तीर्थंकर हुए | इनसें पुर्व के इक्कीस तीर्थंकरों को प्रागैतिहासिककालीन महापुरुष माना जाता है | आधुनिक युग के अनेक इतिहास विज्ञों ने प्रभु अरिष्टनेमि को एक एतिहासिक महापुरुष के रुप में स्वीकार किया है |