अर्द्धमात्रा का अर्थ
[ areddhemaateraa ]
अर्द्धमात्रा उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- आधा वज़न:"मुझे इसकी अर्धमात्रा ही चाहिए"
पर्याय: अर्धमात्रा, अर्धपरिमाण, अर्द्धपरिमाण - संगीतशास्त्र और पद्य की अर्धमात्रा का उच्चारण काल:"गायन में अर्धमात्रा का विशेष महत्व है"
पर्याय: अर्धमात्रा
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- अत : स्वर दो अर्द्धमात्रा से बनते हैं।
- व्यंजन के उच्चारण में भी अर्द्धमात्रा काल लगता है।
- व्यंजन के उच्चारण में भी अर्द्धमात्रा काल लगता है।
- हर बिन्दु का अर्द्धमात्रा काल है।
- हर बिन्दु का अर्द्धमात्रा काल है।
- पाणिनी लिखते हैं-एकार , ओकार में कण्ठ स्थानीय अकारी की अर्द्धमात्रा ही शेष रहती है।
- पाणिनी लिखते हैं-एकार , ओकार में कण्ठ स्थानीय अकारी की अर्द्धमात्रा ही शेष रहती है।
- पाणिनी ने लिखा है- ' एकार , ओकार में कण्ठ स्थानीय अकार की अर्द्धमात्रा ही शेष रहती है।
- स्वर का उच्चारण काल दो बिन्दुओं का और व्यंजन का उच्चारण काल एक बिन्दु ( अर्द्धमात्रा ) कहा गया है।
- उसी प्रकार अकार और इकार की संघि होने पर पूर्व अकार , लेकिन अर्द्धमात्रा से हित होकर अर्द्धमात्र अकार शेष रह जाता है।