अर्धोदय का अर्थ
[ aredhodey ]
अर्धोदय उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- एक पर्व जो माघ की उस अमावस्या को होता है जो रविवार, व्यतीपात योग तथा श्रवण नक्षत्र से युक्त होती है:"अर्धोदय के दिन स्नान करने से सूर्यग्रहण के बाद स्नान करने का सा पुण्य प्राप्त होता है"
पर्याय: अर्द्धोदय
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- अर्धोदय योग ' होता है जिसमें स्नान-दान का फल भी मेरू समान हो जाता है।
- मौनी अमावस्या को यदि रविवार , व्यतीपात योग व श्रवण नक्षत्र का योग हो तो अर्धोदय योग होता है।
- मौनी अमावस्या के दिन यदि रविवार , व्यतिपात योग और श्रवण नक्षत्र हो तो ‘ अर्धोदय योग ' होता है।
- बाघा जतिन हमेशा कुंभ मेला , अर्धोदय या रामकृष्ण के जन्म का उत्सव जैसे धार्मिक समारोहों में मौजूद रहते थे .
- बाघा जतिन हमेशा कुंभ मेला , अर्धोदय या रामकृष्ण के जन्म का उत्सव जैसे धार्मिक समारोहों में मौजूद रहते थे .
- शास्त्रों में बताया गया है कि रविवार के दिन मौनी अमवस्या हो और साथ में व्यतिपात योग एवं श्रवण नक्षत्र होने पर अर्धोदय योग बनता है।
- इस वर्ष महोदय योग में होगा स्नान-दान- यदि माघ अमावस्या का दिन रविवार , श्रवण नक्षत्र और व्यतिपाल योग से युक्त तो अर्धोदय योग और तीनों में से एक भी रहने पर महोदय योग बनता है।
- मौनी अमावस्या , इस पवीत्र तीथी पर मौन रह कर, तथा मुनीओं के समन आचरण पूर्वक स्नान दान करने का वीशेष महत्त्व है, इस दीन त्रिवेणी तथा गंगा तट पर स्नान दान की अपर महीमा है, इस दीन सोम वर हो तो इसका महत्त्व बढ़ जाता है, और इस दीन यदी रविवार, व्यतीपात योग या शरवन नक्षत्र हो (जैसे की श्रवण नक्षत्र है सुबह 8:28 तक) तो अर्धोदय योग होता है, इस योग में सभी स्थानों का जल गंगा तुल्य हो जाता है