अलंकारहीन का अर्थ
[ alenkaarhin ]
अलंकारहीन उदाहरण वाक्य
परिभाषा
विशेषणउदाहरण वाक्य
- वे अलंकारहीन रचना को वे काव्य ही नहीं मानते .
- वे कहते हैं- जैसे स्त्री का मुख सुंदर होते हुए भी आभूषणों के बिना सुशोभित नहीं होता , उसी प्रकार शोभा संपन्न होते हुए भी अलंकारहीन काव्य व्यर्थ है !
- जिस तरह बाबा नागार्जुन अपनी वेशभूषा , रहन-सहन, खान-पान और बोली-बानी में भदेस और सहज थे, उसी तरह उनका समूचा लेखन प्रथम दृष्टया तो सरल-सहज-सम्प्रेषणीय नज़र आता है किन्तु उनकी अलंकारहीन भाषा का जादू देर तक पाठक-श्रोता के मन-मस्तिष्कमें उमड़ता-घुमड़ता रहता है।
- जिस तरह बाबा नागार्जुन अपनी वेशभूषा , रहन-सहन, खान-पान और बोली-बानी में भदेस और सहज थे उसी तरह उनका समूचा लेखन प्रथम दृष्टया तो सरल-सहज-सम्प्रेषणीय नज़र आता है किन्तु उनकी अलंकारहीन भाषा का जादू देर तक पाठक-श्रोता के मन-मष्तिस्क में उमड़ता-घुमड़ता रहता है।
- जिस तरह बाबा नागार्जुन अपनी वेशभूषा , रहन-सहन , खान-पान और बोली-बानी में भदेस और सहज थे , उसी तरह उनका समूचा लेखन प्रथम दृष्टया तो सरल-सहज-सम्प्रेषणीय नज़र आता है किन्तु उनकी अलंकारहीन भाषा का जादू देर तक पाठक-श्रोता के मन-मस्तिष् कमें उमड़ता-घुमड़ता रहता है।