अवलेप का अर्थ
[ avelep ]
अवलेप उदाहरण वाक्यअवलेप अंग्रेज़ी में
परिभाषा
संज्ञा- लीपने, पोतने या चुपड़ने की वस्तु:"माँ मिट्टी की दीवार को गोबर और मिट्टी के लेप से लीप-पोत रही है"
पर्याय: लेप - बलपूर्वक सीमा का उल्लंघन करके दूसरे के क्षेत्र में जाने की क्रिया:"हमें शत्रु की सेना के आक्रमण को सीमा पर ही रोकना होगा"
पर्याय: आक्रमण, चढ़ाई, धावा, हमला, अधिक्रमण, अधिक्रम, अभिक्रमण, अभिग्रह, अभिक्रम, अभिधावन, यल्गार, यल्ग़ार, यलगार, यलग़ार, अभिपतन, अभिया, अभिसार, अभीत्वर, अभ्याचार, अवस्कंदन, अवस्कन्दन, अभिवर्तन, आरोह, आस्कंद, आस्कन्द, प्रतिधावन, अटैक - / किस बात की अकड़ है तुमको!"
पर्याय: अहंकार, अहङ्कार, घमंड, घमण्ड, अकड़, अहंकृति, अहङ्कृति, दर्प, अभिमान, अहंता, ग़रूर, ग़ुरूर, गुरूर, गरूर, गुमान, गर्व, मान, दंभ, दम्भ, मद, मगरूरी, ऐंठ, ऐंठन, शेखी, शेख़ी, शान, ठसक, अहं, अहम्मति, अहमिति, अहमेव, खुदी, ख़ुदी, अभिमति, अनति, दाप, आन, अवलेपन, गडंग, अवश्याय, अवष्टंभ, अवष्टम्भ, प्रागल्भ्य, कल्क, आटोप, पर्वरीण, गारो - प्राणियों को मारने-काटने और शारीरिक कष्ट देने की वृत्ति:"गाँधीजी हिंसा के विरोधी थे"
पर्याय: हिंसा, अपघात, अभिशस्ति, शार, रेष, तोश - घाव पर लगाने की एक गाढ़ी दवा जो रासायनिक आधार पर बनाई जाती है:"चिकित्सक ने घाव पर मरहम लगाकर पट्टी बाँध दी"
पर्याय: मरहम, मलहम, मल्हम, मर्हम, लोशन, मंख - दो वस्तुओं में किसी प्रकार का संपर्क बतलाने वाला तत्व:"उस अचार को खाने तथा बुरा सपना देखने के बीच कोई संबंध अवश्य था"
पर्याय: संबंध, सम्बन्ध, अनुबंध, अनुबन्ध, अनुबंधन, अनुबन्धन, योग, जोग, अनुषंग, लगाव, लगावन, संसक्ति, आसंग, आसङ्ग, आश्लेष - शरीर पर मलने के लिए सरसों, तिल, चिरौंजी या सुगंधित पदार्थों आदि का बनाया हुआ लेप:"उबटन लगाने से त्वचा में निखार आता है"
पर्याय: उबटन, अंगराग, बटना, अबटन, अपटन, वर्णक, पर्णसि - अपनी योग्यता के संबंध में आवश्यकता से अधिक होनेवाला भान:"अवलेप भी एक दोष है"
उदाहरण वाक्य
- यह विशिष्ट रूप से घावों के ऊपर लाल एवं लगभग अवरक्त प्रकाश का अवलेप है जिससे नर्म ऊतकों को स्वस्थ करने तथा जटिल एवं पुराने से पुराने दर्द के निवारण में सहायता मिलती है .
- शूल चुभ जाने दिया था जानकर सबकुछ हृदय में , शमित कर आवाज़ मन की , चुप रही थी ..... शांत थी मैं .... स्नेह के अवलेप की थी किन्तु जब मुझको ज़रूरत चले पत्थर-ईं ट. .. बरसे निरंतर व्यंग्य-शर भी ! ....