अविशुद्ध का अर्थ
[ avishudedh ]
अविशुद्ध उदाहरण वाक्य
परिभाषा
विशेषण- जिसमें मिलावट हो या जो परिशुद्ध न हो या जिसमें खोट हो:"यह अशुद्ध घी है"
पर्याय: अशुद्ध, मिलावटी, खोटा, अपमिश्रित - जो स्वच्छ न हो या जिस पर मैल, धूल आदि हों:"पाठशाला में मैले कपड़े पहनकर नहीं आना चाहिए"
पर्याय: मैला, गंदा, गन्दा, गँदला, गंदला, अस्वच्छ, मलिन, म्लान, दूषित, कलुष, अविमल, अनिर्मल, अशुचि, असुचि, आविल, अनच्छ, अमार्जित, अमृष्ट, अनूजरा, गलीज, ग़लीज़, अमेध्ययुक्त, अर्भ, धोमय, कुचैला, कुचीला, कुचेल, अपरिष्कृत, काला - जिसमें दोष हो:"दूषित जल पीने से कई बीमारियाँ होती हैं"
पर्याय: दूषित, दोषयुक्त, ख़राब, दोषित, दोषिक, दोषपूर्ण, अशुद्ध, अपवित्र, अपुनीत
उदाहरण वाक्य
- सबकुछ में मिलावट है , सबकुछ अविशुद्ध है।
- सबकुछ में मिलावट है , सबकुछ अविशुद्ध है।
- विशुद्ध और सर्वथा मौलिक कुछ नहीं होता , इसलिए आचार्य हजारीप्रसाद द्विवेदी कहते हैं ‘ सब कुछ अविशुद्ध है ' .
- ऐसा होने पर भी मन से क्षेत्रज्ञ का कोई सम्बन्ध नहीं है | यह तो जीव की ही मायानिर्मित उपाधि है | यह प्रायः संसारबंधन में डालने वाले अविशुद्ध कर्मों में ही प्रवृत्त रहता है | इसकी उपर्युक्त वृत्तियाँ प्रवाहरुप से नित्य ही रहती हैं ; जाग्रत और स्वप्न के समय वे प्रकट हो जाती हैं और सुषुप्ति में छिप जाती हैं | इन दोनों ही अवस्थाओं में क्षेत्रज्ञ , जो विशुद्ध चिन्मात्र है , मन की इन वृत्तियों को साक्षीरूप से देखता रहता है || १ २ ||