अष्टवर्ग का अर्थ
[ asetverga ]
अष्टवर्ग उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- आठ प्रकार की औषधियों का संग्रह:"जीवक, ऋषभक, मेदा, महामेदा, काकोली, क्षीरकोकोली, ऋद्धि और वृद्धि ये अष्टवर्ग में हैं"
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- च्यवनप्राश में डाले जाने वाले अष्टवर्ग में यह भी शामिल है .
- यह भी मेदा महामेदा की तरह अष्टवर्ग का एक हिस्सा है .
- अष्टवर्ग की ओषधि ऋषभक कन्द को पता नहीं क्या सिद्ध करने पर तुले हुये हैं लोग ?
- असगन्ध , शतावर, मूसली सफेद, समुद्र शोष, ताल मखाना, मुलहठी, खिरैटी के बीज, अष्टवर्ग की आठों दवायें सभी सभान भाग लेकर चूर्ण कर लें.
- अष्टवर्ग के पौधों की उपलब्धता कम पतंजलि योग पीठ के वैद्य व महामंत्री आयार्य बालकृष्ण के अनुसार अष्टवर्ग की तमाम औषधियां भारत में मौजूद हैं।
- अष्टवर्ग के पौधों की उपलब्धता कम पतंजलि योग पीठ के वैद्य व महामंत्री आयार्य बालकृष्ण के अनुसार अष्टवर्ग की तमाम औषधियां भारत में मौजूद हैं।
- यदि हम वर्तमान ज्योतिष की मीमांसा करें तो क्रमशः मानव ज्योतिष , प्रश्न ज्योतिष, देश-विदेश ज्योतिष, वर्षफल, मौसम ज्योतिष, चिकित्सा ज्योतिष, अध्यात्म ज्योतिष, जैमनीय ज्योतिष, अष्टवर्ग ज्योतिष...
- |ज्योतिष के सभी प्रबुद्ध जानकार जानते है कि अष्टवर्ग में केवल यवन जातक ने इन्हें सम्मलित किया , जबकि अन्य ज्योतिष के किसी भी ग्रन्थकार ने नही |
- अष्टवर्ग के पौधों की उपलब्धता कम होने तथा औषधियों का निर्माण बड़े पैमाने पर होने के कारण शतावरी , अश्वगंधा आदि प्रतिनिधि द्रव्यों का प्रयोग किया जा रहा है।
- आरम्भिक चरण में जिन वनौषधियों का चयन किया गया है उनमें से कुछ है तुलसी , सर्पगन्धा , ब्राह्मी , शंखपुष्पी , शतावरी , सोमवल्ली जटामांसी , अष्टवर्ग इत्यादि।