अहरणीय का अर्थ
[ aherniy ]
अहरणीय उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- है , न नैसर्गिक अधिकार, क्योंकि वह अहरणीय है।
- अधिकार राजसत्ता तथा अंतरराष्ट्रीय समझौते के द्वारा प्रतिबंधित किए जा सकते हैं ; पर ' स्वत्व ' न तो प्राधिकार ( Privilege ) है , न नैसर्गिक अधिकार , क्योंकि वह अहरणीय है।
- जिस संस्कृति ने ऎसी उदात्त भावना उपजाई और प्रारंभ से जहाँ विधि में प्राणिमात्र के स्वत्व को स्थान दिया और उसे अहरणीय बताया , उसी में मानव जाति का और फिर इस ग्रह का भविष्य सुरक्षित है।
- जिस संस्कृति ने ऎसी उदात्त भावना उपजाई और प्रारंभ से जहाँ विधि में प्राणिमात्र के स्वत्व को स्थान दिया और उसे अहरणीय बताया , उसी में मानव जाति का और फिर इस ग्रह का भविष्य सुरक्षित है।
- भारतीय जनता पार्टी अपने पक्ष को दोहराती है कि श्रीलंका के जातीय मुद्दे का दो समान महत्वपूर्ण सिध्दांतों से : श्रीलंका की एकता को सुरक्षित रखकर और श्रीलंका के तमिलों को सम्मानजनक और समानता का जीवन जीने हेतु अहरणीय लोकतांत्रिक अधिकारों को मान्यता देकर ही समाधान हो सकता है।
- संत थामस एक्विनास के मध्ययुगीन दर्शन शास्त्र और उसके बाद के दशकों में तथा सुआरेज के शास्त्र में भी संपत्ति को , यद्यपि प्राकृतिक अधिकार की विषय वस्तु न मानकर केवल सामाजिक उपादेयता और सुविधा की विषय वस्तु माना गया था , परन्तु लाक के विधिक दर्शन में इसे मानव के अहरणीय प्राकृतिक अधिकार के रूप में मान लिया गया था .
- इसमें भाग लेने वाले लोग दृढ़तापूर्वक यह प्रतिज्ञा लेंगे कि अन्य लोगों की तरह भारतीय लोगों को भी स्वतंत्रता और अपने कठिन परिश्रम के फ़ल का आनंद लेने का अहरणीय अधिकार है और यह कि यदि कोई भी सरकार लोगों को इन अधिकरों से वंचित रखती है या उनका दमन करती है तो लोगों को इन्हें बदलने अथवा समाप्त करने का भी अधिकार है।
- इसमें भाग लेने वाले लोग दृढ़तापूर्वक यह प्रतिज्ञा लेंगे कि अन्य लोगों की तरह भारतीय लोगों को भी स्वतंत्रता और अपने कठिन परिश्रम के फल का आनंद लेने का अहरणीय अधिकार है और यह कि यदि कोई भी सरकार लोगों को इन अधिकारों से वंचित रखती है या उनका दमन करती है तो लोगों को इन्हें बदलने अथवा समाप्त करने का भी अधिकार है।
- इसमें भाग लेने वाले लोग दृढ़तापूर्वक यह प्रतिज्ञा लेंगे कि अन्य लोगों की तरह भारतीय लोगों को भी स्वतंत्रता और अपने कठिन परिश्रम के फ़ल का आनंद लेने का अहरणीय अधिकार है और यह कि यदि कोई भी सरकार लोगों को इन अधिकरों से वंचित रखती है या उनका दमन करती है तो लोगों को इन्हें बदलने अथवा समाप्त करने का भी अधिकार है।