अहर्गण का अर्थ
[ ahergan ]
अहर्गण उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- सृष्टि के आरंभ से किसी इष्ट अर्थात् नियत काल के बीच का समय:"ज्योतिषाचार्य अहर्गण की गणना में लगे हुए हैं"
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- संख्या , जिसे ज्योतिष में 'अहर्गण' कहते हैं, बहुत
- कलियुगादि अहर्गण बनाम जुलियन दिवस संख्या
- वार को प्राचीन गणित ज्योतिष में सावन दिन या अहर्गण के नाम से भी जाना जाता है।
- इसके आगे के तीन श्लोक भूगोल के प्रश्न हैं और शेष 43 श्लोकों में अहर्गण और ग्रहों की मध्यम गति के संबंध में प्रश्न हैं।
- युग से अहर्गण ( दिनसमूहों) की गणना प्रणाली, जूलियन डे नंबर के दिनों के समान, भूत और भविष्य की सभी तिथियों की गणना में सहायक हो सकती है।
- यदि युग या कल्प के प्रारंभ में ग्रह मेषादि में हों तो बीच के दिन ( अहर्गण ) ज्ञात होने से मध्यम ग्रह को त्रैराशिक से निकाला जा सकता है।
- जिस तंत्र द्वारा वर्तमान युगादि वर्षों को जानकर अभीष्ट दिन तक अहर्गण या दिन समूहों के ज्ञान के मध्यमादि ग्रह गत्यादि चमत्कार देखा जाता है , उसे तंत्र गणित कहा जाता है।
- युग से अहर्गण ( दिनसमूहों ) की गणना प्रणाली , जूलियन डे नंबर के दिनों के समान , भूत और भविष्य की सभी तिथियों की गणना में सहायक हो सकती है।
- जिस तंत्र द्वारा वर्तमान युगादि वर्षों को जानकर अभीष्ट दिन तक अहर्गण या दिन समूहों के ज्ञान के मध्यमादि ग्रह गत्यादि चमत्कार देखा जाता है , उसे तंत्र गणित कहा जाता है।
- कलियुग के आरंभ से गणना की जाती है , तो तब से आज तक के दिनों की संख्या , जिसे ज्योतिष में ' अहर्गण ' कहते हैं , बहुत ही बड़ी बात हो जाती है।