आचार्य्यकुल का अर्थ
[ aachaareyyekul ]
आचार्य्यकुल उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
- जो जितेन्द्रिय होके ब्रह्म अर्थात् वेदविद्या के लिये , आचार्य्यकुल में जाकर विद्या-ग्रहण के लिए प्रयत्न करे वह 'ब्रह्मचारी' कहाता है ।
- जो जितेन्द्रिय होके ब्रह्म अर्थात् वेदविद्या के लिये , आचार्य्यकुल में जाकर विद्या-ग्रहण के लिए प्रयत्न करे वह 'ब्रह्मचारी' कहाता है ।
- जो जितेन्द्रिय होके ब्रह्म अर्थात् वेदविद्या के लिये , आचार्य्यकुल में जाकर विद्या-ग्रहण के लिए प्रयत्न करे वह ' ब्रह्मचारी ' कहाता है ।
- जो जितेन्द्रिय होके ब्रह्म अर्थात् वेदविद्या के लिये , आचार्य्यकुल में जाकर विद्या-ग्रहण के लिए प्रयत्न करे वह ' ब्रह्मचारी ' कहाता है ।