आत्मरत का अर्थ
[ aatemret ]
आत्मरत उदाहरण वाक्य
परिभाषा
विशेषण- जिसे आत्म का ज्ञान हो:"आत्मज्ञानी शंकराचार्य ने हिन्दू धर्म का पुनरुद्धार किया"
पर्याय: आत्मज्ञानी, योगी, आत्मदर्शी, आत्मद्रष्टा, तत्वदर्शी, स्वदर्शी, जोगी - दुनिया की चीजों से वास्ता न रखते हुए अपने आप में मग्न या डुबा हुआ:"राजा परीक्षित ने आत्मलीन साधु के गले में मरा सर्प लपेट दिया था"
पर्याय: आत्मलीन
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- अव्यक्त , शांत और आत्मरत होकर रहना ही मौन है।
- जो आत्मरत रहता निरन्तर , आत्म- तृप्त विशेष है .
- वे आत्मरत एवंआत्मकेन्द्रित हो जाते हैं .
- आत्मरत व्यइत की दृष्टि अपने तक ही सीमित रहती है .
- जो आत्मरत अन्तः सुखी है ज्योति जिसमें व्याप्त है .
- यहाँ देखा कि लोग खेमें में बँटे हुए आत्मरत हैं .
- ऐसा आत्मरत व्यइत सभी सामाजिक सम्बन्धों से विच्छिन्न हो जाता है .
- यहाँ देखा कि लोग खेमें में बँटे हुए आत्मरत हैं .
- इस अर्थ में वह आध्यात्मिक है . कोई आध्यात्मिकतानिरी आत्मरत होकर जी नहीं सकती.
- सब कुछ हो रहा था पर साईं बाबा सबसे विरक्त आत्मरत रहते थे।