आमद-रफ़्त का अर्थ
[ aamed-refet ]
आमद-रफ़्त उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- की आमद-रफ़्त वर्जित कर दी जाती थी।
- अभी क़स्बे में कोई चहल-पहल या आमद-रफ़्त न थी।
- और भीतर हमारे परिवार , परिवार जैसों की आमद-रफ़्त बढ़ती रही।
- जब ये शाही महिलाएँ तालाब के घाट पर आतीं थीं तो आम जनों की आमद-रफ़्त वर्जित कर दी जाती थी।
- फ़्रंचेस्का ओरसीनी ने हमें बताया है कि जनमनरंजन साहित्यिक विधाओं के छप-उत्पादों में दोनों ज़बानों में विशेष फ़र्क़ नहीं दिखाई देता , उनमें आमद-रफ़्त जारी है।
- फ़्रंचेस्का ओरसीनी ने हमें बताया है कि जनमनरंजन साहित्यिक विधाओं के छप-उत्पादों में दोनों ज़बानों में विशेष फ़र्क़ नहीं दिखाई देता , उनमें आमद-रफ़्त जारी है।
- लखीमपुर खीरी में स्थित दुधवा टाइगर रिजर्व से बाघों की आमद-रफ़्त इन गन्नों के खेतों में हमेशा से होती रही है , तराई जनपद खीरी शुगर मिल्स व गन्ने की पैदावार के लिए विश्व-पटल पर एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है, गन्नें की फ़सल जो कैश-क्राप के अन्तर्गत है, इसलिए किसान अपनी जमीनों पर अधिक से अधिक क्षेत्रफ़ल में गन्ने की फ़सल उगाते है, जो दुधवा के जंगलों से सटकर पूरे जनपद तक एक {मानव-जनित} घास के मैदान का आभास कराता है।
- बिना=आधार कि सदिया हो गयी इक ईंट भी इसकी नहीं खिसकी लगी रहती है आमद-रफ़्त जिसमें रोज़ जिस-तिस की वही रौनक है जिसकी और वही दिलचस्पियाँ जिसकी यह दुनिया या इलाही ! जल्वा गाह-ए-नाज़ है किस की हज़ारो उठ गये ,रौनक़ वही है आज तक इस की “नादिर”काकोरवी क़स्बा काकोरी ज़िला लखनऊ में १८६७ में पैदा हुए थे और वहीं १९१२ में उनका इन्तेका़ल हुआ .उन्होने जदीद नज़्म (आधुनिक कविता)की इब्तिदाई( प्रारम्भिकी) तश्कील (रूप-रेखा) के सिलसिले में मौलाना अल्ताफ़ हुसेन “हाली” (वफ़ात १९१४)और मौलाना मुहम्मद हुसेन “आज़ाद”(वफ़ात १९१०) के साथ काम किया था.