आमर्ष का अर्थ
[ aamers ]
आमर्ष उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- चित्त का वह उग्र भाव जो कष्ट या हानि पहुँचाने वाले अथवा अनुचित काम करने वाले के प्रति होता है:"क्रोध से उन्मत्त व्यक्ति कुछ भी कर सकता है"
पर्याय: क्रोध, गुस्सा, आक्रोश, कोप, रोष, रुष्टि, खुन्नस, खुनस, अमर्ष, अनखाहट, क्षोभ, अमरख, रिस, रीस, अमर्षण, व्यारोष, दाप, कामानुज, असूया, ताम, तमिस्र, कहर, मत्सर - सहिष्णु या सहनशील न होने की अवस्था या भाव:"असहिष्णुता को एक अवगुण माना गया है"
पर्याय: असहिष्णुता, असहनशीलता, अमर्ष, अमर्षण, अवमर्षण - साहित्य में एक संचारी भाव:"आमर्ष में दूसरे के गर्व को सहन न कर सकने के कारण उसे नष्ट करने की प्रवृत्ति होती है"
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- आमर्ष को जगाने वाली शिखा नयी दे ,
- आमर्ष को जगाने वाली शिखा नयी दे
- आमर्ष को जगाने वाली शिखा नयी दे ,
- आमर्ष को जगाने वाली शिखा नई दे ,
- आमर्ष को जगाने वाली शिखा नई दे
- आमर्ष को जगाने वाली शिखा नई दे , अनुभूतियाँ हृदय में दाता, अनलमयी दे।
- आमर्ष को जगाने वाली शिखा नयी दे , अनुभूतियाँ हृदय में दाता, अनलमयी दे।
- आमर्ष को जगाने वाली शिखा नयी दे , अनुभूतियाँ हृदय में दाता, अनल मयी दे।
- आमर्ष को जगाने वाली शिखा नयी दे , अनुभूतियाँ हृदय में दाता , अनलमयी दे ।
- आँसू भरे दृगों में चिनगारियाँ सजा दे मेरे शमशान में आ श्रंगी जरा बजा दे फिर एक तीर सीनों के आरपार कर दे हिमशीत प्राण में फिर अंगार स्वच्छ भर दे आमर्ष को जगाने वाली शिखा नयी दे अनुभूतियाँ हृदय में दाता , अनलमयी दे विष का सदा लहू में संचार माँगता हूँ बेचैन जिन्दगी का मैं प्यार माँगता हूँ