आरम्भ-काल का अर्थ
[ aarembh-kaal ]
आरम्भ-काल उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- किसी कालावधि का प्रारंभिक काल:"मेरे जीवन का आरंभ-काल बहुत ही संघर्षपूर्ण था"
पर्याय: आरंभिक काल, आरम्भिक काल, आरंभ-काल, आरंभ काल, आरम्भ काल
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- आरम्भ-काल के व्याकरण उपलब्ध होते हैं ।
- आरम्भ-काल के व्याकरण उपलब्ध होते हैं ।
- खाद का महत्व आदमी को खेती के आरम्भ-काल से ही अवश्य मालूम हुआ होगा।
- 1981-82 में हमारे साहित्य-सरोकार का आरम्भ-काल आज की पीढ़ी की तुलना में बड़ा दयनीय
- आरम्भ-काल में भेद है और अन्त में तीनों एक ही जीवन की चीज है न ?
- 2 . कुछ अन्य भारतीय देशी भाषाओं के ( Vernaculars ) आरम्भ-काल के व्याकरण उपलब्ध होते हैं ।
- आरम्भ-काल ही से वे ऐसी शायरी को व्यर्थ समझते थे जिसका उद्देश्य मानव-जंगल न हो और उस शायर पर धिक्कार भेजते थे जो जीवन की कठिनाइयों तथा परीक्षाओं से मुँह मोड़कर पलायनवाद में शरण लेता हो।
- जानकी वल्लभ शास्त्री की याद 0 संस्मरण : श्याम बिहारी श्यामल कभी अनुपस्थित नहीं होगी वह उपस्थिति पता नहीं आज का हमारा नया नेटी और फेसबुकिया समाज जिसके सामने स्क्रीन पर अथाह ज्ञान-गंगा अविरल बह रही है , हमारे कैशोर्य काल के अनुभव-विवरणों को किस रूप में ग्रहण करे ! संभव है उसे अचरज- अविश्वास भी हो कि अब से महज कोई तीन दशक पहले 1981 - 82 में हमारे साहित्य-सरोकार का आरम्भ-काल आज की पीढ़ी की तुलना में बड़ा दयनीय था।