आहवनीय का अर्थ
[ aahevniy ]
आहवनीय उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- तीन प्रकार की अग्नियों में से एक जो हवन आदि के लिए होती है:"आहवनीय का आह्वान करके यज्ञ प्रारंभ किया गया"
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- आहवनीय के नेताओं को वेदों में ग्रामणी कहा गया है .
- गार्हपत्य , आहवनीय, अन्वाहार्यपचन, इन तीनों अग्नियों को शूलपाणि हीं धारण करते हैं।
- गार्हपत्य , आहवनीय, अन्वाहार्यपचन, इन तीनों अग्नियों को शूलपाणि हीं धारण करते हैं।
- 3 . त्रिमुखी रुद्राक्ष- यह साक्षात तीन अग्नियो (गार्हपत्य, आहवनीय और दक्षिणाग्नि) का स्वरुप होता है।
- ३ -त्रिमुखी रुद्राक्ष अग्नियों [ गार्हपत्य , आहवनीय और दक्षिणाग्नि ] का स्वरूप है !
- ३ -त्रिमुखी रुद्राक्ष अग्नियों [ गार्हपत्य , आहवनीय और दक्षिणाग्नि ] का स्वरूप है !
- पारिक्षित जनमेजय हंसों ( आहवनीय एवं दक्षिण नामक अग्नियों ) से पूछतें हैं- पवित्र क्या है ?
- हम सर्वश्रेष्ठ , अतियुवा, अतिथिरूप, वन्दनीय, हविदाता, यजमान द्वारा पूजनीय, आहवनीय, सर्वज्ञ अग्निदेव की प्रतिदिन स्तुति करते हैं।
- यह गार्हपत्य , आहवनीय तथा दक्षिणाग्नि का रुप है, इस मंत्र का जाप करने से सफलता प्राप्त होती है.
- यह गार्हपत्य , आहवनीय तथा दक्षिणाग्नि का रुप है, इस मंत्र का जाप करने से सफलता प्राप्त होती है.