इन्द्रियार्थ का अर्थ
[ inedriyaareth ]
इन्द्रियार्थ उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- वह जिसे इन्द्रियाँ ग्रहण करें:"नेत्र का विषय रूप व कान का विषय शब्द है"
पर्याय: विषय, अजिर, अर्थ, स्कंध, स्कन्ध, इंद्रिय विषय, इंद्रियार्थ, इन्द्रिय विषय
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- यह ज्ञान इन्द्रियार्थ सन्निकर्ष से अवश्य होता है ;
- इन्द्रियार्थ ही बद्ध जीव का विषय है।
- यह ज्ञान इन्द्रियार्थ सन्निकर्ष से अवश्य होता है ;
- ढूँढ़ना चाहिए जिसमें इन्द्रियार्थ अनर्थकारी न हो।
- क्रमश : पाँच इन्द्रियों से ग्रहण करने योग्य पाँच विशेष गुण - गन्ध , रस , रूप , स्पर्श तथा शब्द को इन्द्रियार्थ कहते हैं।
- इस प्रत्यक्ष ज्ञान का करण ही प्रत्यक्ष प्रमाण होता है जो प्राचीन के मत में इन्द्रियार्थ सन्निकर्ष रूप है और नीवन के मत में इन्द्रिय रूप है।
- प्राचीन नैय्यायिक की दृष्टि में असाधारण कारण का परिष्कार क्रिया की सिद्धि में जो प्रकृष्ट उपकारक हो उसे करण कहकर किया गया है , जो यहाँ इन्द्रियार्थ सन्निकर्ष होता है।
- रोगों का मूल हेतु प्रज्ञापराध व असात्म्य इन्द्रियार्थ संयोग ( इन्द्रियों का विषयों के साथ अतिमिथ्या अथवा हीन योग ) दूर होकर मानव-जीवन संयमी , सदाचारी व स्वस्थ होने लगता है।
- श्रीमान जी मन के स्वरुप को आप पूरा नहीं समझे है , इन्द्रियार्थ संनिकर्ष के ज्ञान को मन आत्मा के समक्ष रखता है , तो जब मन अपना है तो उससे प्राप्त ज्ञान अपना कैसे नहीं है ?
- श्रीमान जी मन के स्वरुप को आप पूरा नहीं समझे है , इन्द्रियार्थ संनिकर्ष के ज्ञान को मन आत्मा के समक्ष रखता है , तो जब मन अपना है तो उससे प्राप्त ज्ञान अपना कैसे नहीं है ?