ईठ का अर्थ
[ eeth ]
ईठ उदाहरण वाक्य
परिभाषा
विशेषण- जिससे प्रेम हो या जो प्यारा हो:"यह मेरी प्रिय पुस्तक है"
पर्याय: प्रिय, चहेता, पसंददीदा, प्यारा, दिलरुबा, दिलबर, मनचाहा, प्रीतिकर, अज़ीज़, अजीज, अर्य, अर्य्य, रोचन
- प्रायः समान अवस्था का वह व्यक्ति जिससे स्नेहपूर्ण संबंध हो तथा जो सब बातों में सहायक और शुभचिन्तक हो:"सच्चे मित्र की परीक्षा आपत्ति-काल में होती है"
पर्याय: मित्र, दोस्त, साथी, संगी, सखा, यार, सहचर, संगाती, संगतिया, बंधु, बन्धु, मीत, बांधव, बान्धव, बाँधव, हमजोली, मितवा, दोस्तदार, हितैषी, सुहृद, अभिसर, अविरोधी, असामी, इयारा, इष्ट
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- ढीठि परोसिनि ईठ ह्वै कहे जु गहे सयान।
- ' चक्कवै', 'ठायो', 'करसायल', 'ईठ', 'दिह', 'ऊनी', 'लोय' आदि के कारण बहुत
- ' ठायो', 'करसायल' 'ईठ', 'दीह', 'ऊनी', 'लोय' आदि के कारण बहुत से लोग
- ' ईठ' (इष्ट, इट्ठ, ईठ), बसीठ (विसृष्ट, बसिट्ठ, बिसिट्ट, बसीठ) हो गए थे।
- ' ईठ' (इष्ट, इट्ठ, ईठ), बसीठ (विसृष्ट, बसिट्ठ, बिसिट्ट, बसीठ) हो गए थे।
- ' ईठ' (इष्ट, इट्ठ, ईठ), बसीठ (विसृष्ट, बसिट्ठ, बिसिट्ट, बसीठ) हो गए थे।
- ठायो , करसायल, ईठ, दीह, ऊनो, लोह आदि के कारण बहुत से लोग हिन्दी कविता से
- ठायो , करसायल, ईठ, दीह, ऊनो, लोह आदि के कारण बहुत से लोग हिंदी कविता से
- ऐसे दोहे बिहारी में बहुत से हैं , पर यहाँ दो एक उदाहरण ही पर्याप्त होंगे , ढीठि परोसिनि ईठ ह्वै कहे जु गहे सयान।
- यह बात कुछ उलझन की अवश्य है पर विचार करने पर यह अनुमान दृढ़ हो जाता है कि खुसरो के समय में ' इट्ठ', 'बसिट्ठ' आदि रूप 'ईठ' (इष्ट, इट्ठ, ईठ), बसीठ (विसृष्ट, बसिट्ठ, बिसिट्ट, बसीठ) हो गए थे।