उग्रा का अर्थ
[ ugaraa ]
उग्रा उदाहरण वाक्य
परिभाषा
विशेषण- जो कर्कश स्वभाव की हो या झगड़ा करती रहती हो:"मनोहर का पाला एक कर्कशा नारी से पड़ गया है"
पर्याय: कर्कशा, झगड़ालू, लड़ाकी, कलहारी, कलहिनी, कलसिरी, चंडी, चंडिका, चण्डी, चण्डिका
- एक तरह का सुगंधित बीज जो दवा और मसाले के रूप में प्रयुक्त होता है:"अजवायन का अधिकतर उपयोग मसाले के रूप में किया जाता है"
पर्याय: अजवायन, अजवाइन, अजवाईन, अजमोदा, अजमोदिका, यवानी, अजगंधा, अजगन्धा, अजमूद, अजमोद, यमानिका, यमानी, हस्ती, तीव्रगंधा, दीपनीया, तीव्रगन्धा, तीव्रगंधिका, तीव्रगन्धिका, शूलहंत्री, शूलहन्त्री, जटामाँसी, दीपनी, मिषिका, भूतिक, शिखिमोदा, तीव्रा, उग्रगंधा, उग्रगन्धा, यूका, वातारि, चित्रा, ब्रह्मदर्भा, बस्तमोदा, वस्तमोदा - एक प्रकार का छोटा पौधा जिसकी पत्तियाँ सुगंधित होती हैं:"धनिया की चटनी पकौड़ों के साथ बड़ी स्वादिष्ट लगती है"
पर्याय: धनिया, धनियाँ, धन्याक, धान्यक, बीजधान्य, तीक्ष्णफल, अल्ला, अवारिका, धानक, धाना, धानेय, धायक, धान्या, धान्याक, तुंबुरु, तुम्बुरु - एक देवी जिन्होंने अनेक असुरों का वध किया और जो आदि शक्ति मानी जाती हैं:"नवरात्र में लोग जगह-जगह दुर्गा की प्रतिमा स्थापित करते हैं"
पर्याय: दुर्गा, अष्टभुजा, आदि शक्ति, चामुंडा, जगदंबा, देवी, शारदा, माया, महामाया, शिवानी, गायत्री, नैऋती, अपराजिता, ब्राह्मी, अपर्णा, इंद्राणी, इन्द्राणी, अपरा, वैष्णवी, त्रिभुवनसुन्दरी, त्रिभुवनसुंदरी, ललिता, सौम्या, आदिशक्ति, कल्याणी, कौशिकी, जगन्माता, परमेश्वरी, मातेश्वरी, शुभंकरी, सिंहवाहिनी, जगदंबिका, जगदम्बिका, मंगलचंडिका, मंजुनाशी, मंगलचण्डिका, जगन्मोहिनी, महाप्रकृति, विश्वकाया, शिवसुंदरी, शिवसुन्दरी, वरालिका, इड़ा, वरवर्णिनी, वृषध्वजा, शंभुकांता, शम्भुकान्ता, शाक्री, शिवा, त्रिदशेश्वरी, शुंभघातिनी, शुम्भघातिनी, शुंभमर्दिनी, शुम्भमर्दिनी, चामुंडेश्वरी, चामुंडेश्वरी देवी, महिषासुरमर्दिनी, रेवती, वामदेवी, अमृतमालिनी, त्वाष्टी, योगमाता, गौतमी, महायोगेश्वरी, विजया, नंदिनी, नन्दिनी, जया, नंदा, नन्दा, त्रिनयना, कालदमनी, शताक्षी, महोग्रा, वज्रा, चामुण्डा, बहुभुजा, महाश्वेता, शांभवी, शाम्भवी, आद्या, सर्वमंगला, भूतनायिका, पर्वतात्मजा, भालचंद्र, भालचन्द्र, योगीश्वरी, योगेश्वरी, आर्या, ईशा, ईशानी, ईसानी, शुद्धि, वार्त्ता, हयग्रीवा, प्रगल्भा - गोल दाने के समान एक बीज जो मसाले के काम आता है:"पंजीरी में धनिया को भी डाला जाता है"
पर्याय: धनिया, धनियाँ, धन्याक, धान्यक, बीजधान्य, तुंबुरी, तुम्बुरी, स्वर्णिका, तीक्ष्णफल, अल्ला, अवारिका, धानक, धाना, धानेय, धायक, धान्या, धान्याक, तुंबुरु, तुम्बुरु - एक प्रकार की घास जिसमें घुंडी की तरह के फूल लगते हैं :"छिकनी के फूलों को सूँघने पर छीकें आती हैं"
पर्याय: छिकनी, नकछिकनी, छिंकनी, नकछिंकनी, उग्रगंधा, उग्रगन्धा, क्षवक - एक प्रकार की घास से प्राप्त घुंडी की तरह का फूल :"छिकनी को सूँघने पर छीकें आती हैं"
पर्याय: छिकनी, नकछिकनी, छिंकनी, नकछिंकनी, उग्रगंधा, उग्रगन्धा, क्षवक - कर्कश स्वभाव की स्त्री या वह स्त्री जो झगड़ा करती रहती हो:"कैसे भी करके मैंने एक कर्कशा स्त्री से अपना पीछा छुड़ाया"
पर्याय: कर्कशा स्त्री, कर्कशा महिला, उग्रा स्त्री, झगड़ालू महिला, कर्कशा, झगड़ालू, लड़ाकी, कलहारी, कलहिनी, कलसिरी, चंडी, चंडिका, चण्डी, चण्डिका, अल्लामा, कृत्या - विशेषकर दलदल भूमि या नदी-नालों के किनारे पाया जानेवाला एक औषधीय पौधा:"घोड़बच की जड़ का उपयोग खाँसी, मूत्ररोग, मानसिक रोगों आदि में किया जाता है"
पर्याय: घोड़बच, बच, उग्रगंधा, उग्रगन्धा, शतपर्वा, शतपर्विका, शतपर्व्विका, जीवा, बचा, रक्ता, वचा, वच, वेखंड
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- चतुर्दशी तिथि- क्रूरा और उग्रा तिथि है।
- जिनके नाम काली , कराली, उग्रा, सुलोहिता, धूमवर्णा, मनोजवा और प्रदीप्ता हैं।
- इसी प्रकार ” नि ' की ध्वनिशक्तियां हैं उग्रा और क्षोभिणी .
- आगजनी की घटनाओं का सिलसिला सनौली उग्रा खेड़ी मोड़ स्थित एक टेक्सटाइल फैक्टरी में सोमवार को दोपहर बाद आग लग गई।
- ये होंगे सम्मानित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय उग्रा खेड़ी के प्रिंसिपल जयपाल सिंह और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय करहंस के प्रिंसिपल विक्रम सहरावत हैं।
- गणेश पुराण के अनुसार त्रेता युग में उस समय मिथिला के राजा चक्रपाणी की रानी उग्रा ने सूर्य देव द्वारा पुत्र पाने की इच्छा की थी।
- वे यहां से आर्य कॉलेज , एसडी कॉलेज, एसडी विद्या मंदिर सेक्टर-11, उग्रा खेड़ी, निंबरी, सनौली, बापौली, गढ़ी छाजू, डिकाडला गांव और फिर पट्टी कल्याणा गांव में पहुंचे और युवाओं को जागरूक किया।
- टाइम्स ऑफ़ इंडिया के अविजीत घोष को लिख कर बता दिया कि भैया आप शारदा उग्रा के साथ मिलकर आई पी एल की टीम खरीद लीजिये और केवल पाकिस्तानी खिलाडियों को अपनी टीम में रखिये .
- और । शेयसी को गजपिप्पली कहते हैं । त्रायन्तीका । त्रायमाणा । उत्सा । सुवहा । इनको एक ही समझना चाहिये । चित्रक । शिखी । वह्यि । अग्नि । को एक ही समझें । षडग्रन्था । उग्रा । श्वेता । हेमवती । वचा से कहते हैं । कुटज । शक्र । वत्सक ।
- मित्रो , भारत मे सिर्फ भरतिया नारी ही नही, समस्त नारियो का सम्मान किया जाता है, और ध्यान रहे की सावंतरता संग्राम के समय भी कई बर जब उग्रा और उत्तेजक लोगो द्वारा ब्रिटिशर्स नारी का अपमान करने की कोसिस की गयी तो गाँधी जैसे महा पुरुष ने बार बार सबको याद दिलाया है की नारी सदा पूजनीया है, चाहे वो कही की भी क्यो ना हो.