उदरम्भरि का अर्थ
[ udermebheri ]
उदरम्भरि उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- उदरम्भरि बन अनात्म बन गये ,
- उदरम्भरि अनात्म बन गये भूतों की शादी में कनात से तन गये
- उदरम्भरि अनात्म बन गये भूतों की शादी में कनात से तन गये
- “…ओ मेरे आदर्शवादी मन ओ मेरे सिद्धान्तवादी मन , जीवन क्या जिया!! अब तक क्या किया? उदरम्भरि अनात्म बन गये, भूतों की शादी में क़नात से तन गये, किसी व्यभिचार के बन गये बिस्तर?”
- किनकी अबुझ क्षुधाएं उदरम्भरि हमारी जिन्दगियां भसम कर रही हैं बेमकसद बनाए दे रही हैं खास मकसद से आवो , विचारें हम माथ से जोड़कर माथ दो कदम हमकदम हों हाथ से जोड़े हाथ
- उदरम्भरि बन अनात्म बन गये , भूतों की शादी में कनात से तन गये, किसी व्यभिचारी के बन गये बिस्तर, दु:खों के दाग़ों को तमग़े सा पहना, अपने ही ख़यालों में दिन-रात रहना, असंग बुद्धि व अकेले में सहना, ज़िन्दगी निष्क्रिय बन गयी तलघर, अब तक क्य किया, जीवन क्या जिया!!
- दीपक ने उसकी पीठ पर हाथ फेरा और बोला “ सुनाओ जनार्दन ” जनार्दन बोला “ सुनो- ओ मेरे आदर्शवादी मन ओ मेरे सिद्धांतवादी मन अब तक क्या किया जीवन क्या जिया उदरम्भरि बन . .. ” यहां तक आते-आते जनार्दन की जीभ ऐंठ गई . दूसरे ही क्षण उसने उल्टी कर दी .
- ओ मेरे आदर्शवादी मन , ओ मेरे सिद्धान्तवादी मन, अब तक क्या किया? जीवन क्या जिया!! उदरम्भरि बन अनात्म बन गये, भूतों की शादी में क़नात-से तन गये, किसी व्यभिचारी के बन गये बिस्तर, दुःखों के दाग़ों को तमग़ों-सा पहना, अपने ही ख़यालों में दिन-रात रहना, असंग बुद्धि व अकेले में सहना, ज़िन्दगी निष्क्रिय बन गयी तलघर, अब तक क्या किया, जीवन क्या जिया!!