कंडुवा का अर्थ
[ kenduvaa ]
कंडुवा उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- सबसे पहले हम देखते है , आवृत कंडुवा रोग:
- जिससे अच्छा जमाव होता है एवं कंडुवा रोग नहीं लगता है।
- इसका उपयोग गेरुआ ( रस्ट) और कंडुवा (स्मट) रोगों की रोकथाम के लिए किया जाता है।
- बासी रोटियों पर रूई की भाँति उगा फफूँद , चर्म को मलिन करनेवाले दाद के कीटाणु, फसल के नाशकारी रतुआ तथा कंडुवा (
- इसका उपयोग बीज के अंदर पाए जाने वाले रोग जैसे गेहूँ के मुक्त कंडुवा रोग ( लूज स्मट) से बचाव के लिए बीज उपचार हेतु किया जाता है।
- गेहूँ का रतुआ तथा कंडुवा , गन्ने का लाली रोग , रुई तथा अरहर के पौधों का उक्ठा ( विल्ट ) एवं सरसों का श्वेत रतुआ , ये सब कवकों द्वारा ही होते हैं।
- आवृत कंडुवा रोग : यह बालियों के दानो के स्थान पर फफूंदी का काला चूर्ण विषाणु बन जाता है , जो एक मजबूत झिल्ली से ढके रहते है और मड़ाई पर वह झिल्ली फट जाती है , तथा वह काला चूर्ण स्वस्थ दानो में भी चिपक जाता हैI
- वास्तविक कवक के अंतर्गत कुछ ऐसी परिचित वस्तुएँ आती हैं , जैसे गुँधे हुए आटे (dough) से पावरोटी बनाने में सहायक एककोशीय खमीर (yeast), बासी रोटियों पर रूई की भाँति उगा फफूँद, चर्म को मलिन करनेवाले दाद के कीटाणु, फसल के नाशकारी रतुआ तथा कंडुवा (rust and smut) और खाने योग्य एव विषैली कुकुरमुत्ते या खुंभियाँ (mushrooms)।
- वास्तविक कवक के अंतर्गत कुछ ऐसी परिचित वस्तुएँ आती हैं , जैसे- गुँधे हुए आटे से पावरोटी बनाने में सहायक एककोशीय खमीर ( यीस्ट ) , बासी रोटियों पर रूई की भाँति उगा फफूँद , चर्म को मलिन करने वाले दाद के कीटाणु , फ़सल के नाशकारी ' रतुआ तथा कंडुवा ' ( रस्ट ऐंड स्मट ) और खाने योग्य एव विषैली खुंभियाँ ( mushrooms ) आदि।