कट-पिट का अर्थ
[ ket-pit ]
कट-पिट उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- इतना तेज कि लगा बहुत कट-पिट गयी हूं।
- लिखते हुए कई बार कट-पिट करनी पड़ रही थी।
- वे लिखते समय कट-पिट नहींकरते थे .
- और अंतत : कट-पिट कर वह खबर बाज़ार भाव के पन्ने पर उपेक्षित ढंग से एक पैरा ही छप पाई।
- और अंतत : कट-पिट कर वह खबर बाज़ार भाव के पन्ने पर उपेक्षित ढंग से एक पैरा ही छप पाई।
- और अंतत : कट-पिट कर वह खबर बाज़ार भाव के पन्ने पर उपेक्षित ढंग से एक पैरा ही छप पाई।
- और अंतत : कट-पिट कर वह खबर बाज़ार भाव के पन्ने पर उपेक्षित ढंग से एक पैरा ही छप पाई।
- पलछिन में बातें चली जाती हैं पलछिन में रातें चली जाती हैं रह जाता है जो सवेरा वो ढूंढे जलते मकाँ में बसेरा वो ढूंढे जैसी बची है वैसी की वैसी बचा लो ये दुनिया . ... अपना समझ के अपनों के जैसी उठा लो ये दुनिया छिट-पुट सी बातों में जलने लगेगी संभालो ये दुनिया कट-पिट के रातों में पलने लगेगी संभालो ये दुनिया ......
- - २ - ३ ! पलछिन में बातें चली जाती है है , पलछिन में रातें चली जाती है है , रह जाता है जो सवेरा वो ढूंढें , जलता मकान में बसेरा वो ढूंढें , जैसी बची है वैसी की वैसी बचा लो यह दुनिया , अपना समझ के अपनों की जैसी उठा लो ये दुनिया , छिटपुट सी बातों में जलने लगेगी संभालो ये दुनिया , कट-पिट के रातों में पलने लगेगी संभालो ये दुनिया , ओ री दुनिया . … ओ री दुनिया . …
- - २ - ३ ! पलछिन में बातें चली जाती है है , पलछिन में रातें चली जाती है है , रह जाता है जो सवेरा वो ढूंढें , जलता मकान में बसेरा वो ढूंढें , जैसी बची है वैसी की वैसी बचा लो यह दुनिया , अपना समझ के अपनों की जैसी उठा लो ये दुनिया , छिटपुट सी बातों में जलने लगेगी संभालो ये दुनिया , कट-पिट के रातों में पलने लगेगी संभालो ये दुनिया , ओ री दुनिया . … ओ री दुनिया . …