कढ़ाव का अर्थ
[ kedhav ]
कढ़ाव उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- कपड़े आदि पर सुई-डोरे से फूल या बेल-बूटे बनाने का काम:"शीला बहुत अच्छी कढ़ाई करती है"
पर्याय: कढ़ाई, कशीदा, कशीदाकारी, गुलकारी, फुलकारी, फूलकारी - धातु आदि का गोल पेंदे, खुले मुँह तथा ऊँचे किनारों का एक बड़ा पात्र जिसमें खाने-पीने की चीजें तली या पकाई जाती हैं:"किसान लोग गुड़ बनाने के लिए गन्ने के रस को कड़ाह में पकाते हैं"
पर्याय: कड़ाह, कड़ाहा, कराह - कपड़े आदि पर धागे से बेलबूँटों का बना हुआ नमूना:" इस चादर की कढ़ाई कितनी सुन्दर है"
पर्याय: कढ़ाई, कशीदा, गुलकारी, फुलकारी
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- इन्हें चाहिए था कि देखकर तरकारी कढ़ाव में
- वहां एक कढ़ाव में तेल खौल रहा था।
- पाँते बैठतीं , जीमतीं, उठ जातीं और कढ़ाव से पुए
- इन्हें चाहिए था कि देखकर तरकारी कढ़ाव में डालतीं।
- इन्हें चाहिए था कि देखकर तरकारी कढ़ाव में डालतीं।
- इतने बड़े भोज में एक-एक मुट्ठी तरकारी कढ़ाव में
- आखिर मुरारी की दूकान में दो-चार कढ़ाव और दो-चार
- कढ़ाव पर से न जाने क्यों उठा दिया गया ?
- टोकरी उठाकर कढ़ाव मे डाल दी ! हमारा क्या दोष!'
- जो कढ़ाव में कूदता है , वही भून जाता है।