कपर्द का अर्थ
[ kepred ]
कपर्द उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- 1 - मुण्डित मस्तक , ऊपर कपर्द तथा घुमावदार एक लट से शोभित उष्णीष।
- इस प्रकार के बालों को वेदों में कपर्द के नाम से जाना जाता है।
- पैपिलीय पेशी भी संकुचित हो जाती हैं , जिससे कंडरीयरज्जु तन जाती है और कपाटिकाओं के कपर्द अलिंद में उलटने नहीं पाते।
- २ . लवणभास्कर चूर्ण २ ग्राम + कपर्द भस्म २५० मिलीग्राम दोनो समय भोजन के आधे घंटे बाद जल से दीजिये।
- पैपिलीय पेशी भी संकुचित हो जाती हैं , जिससे कंडरीयरज्जु तन जाती है और कपाटिकाओं के कपर्द अलिंद में उलटने नहीं पाते।
- २ . लवणभास्कर चूर्ण २ ग्राम + कपर्द भस्म २ ५ ० मिलीग्राम दोनो समय भोजन के आधे घंटे बाद जल से दीजिये।
- होते हैं , यद्यपि कहीं कहीं तीन और एक भी पाए जाते हैं, के कपर्द थेले के समान होते हैं, जो शिरा के मार्ग में इस प्रकार स्थित होते हैं कि यदि रुधिर लौटने लगता है तो इन थैलों में भर जाता है, जिससे वे फूलकर मार्ग का बंद कर देते हैं।
- कपाटिकाओं में प्राय : दो कपर्द (cusp) होते हैं, यद्यपि कहीं कहीं तीन और एक भी पाए जाते हैं, के कपर्द थेले के समान होते हैं, जो शिरा के मार्ग में इस प्रकार स्थित होते हैं कि यदि रुधिर लौटने लगता है तो इन थैलों में भर जाता है, जिससे वे फूलकर मार्ग का बंद कर देते हैं।
- कपाटिकाओं में प्राय : दो कपर्द (cusp) होते हैं, यद्यपि कहीं कहीं तीन और एक भी पाए जाते हैं, के कपर्द थेले के समान होते हैं, जो शिरा के मार्ग में इस प्रकार स्थित होते हैं कि यदि रुधिर लौटने लगता है तो इन थैलों में भर जाता है, जिससे वे फूलकर मार्ग का बंद कर देते हैं।
- भरतपुर संग्रहालय में भगवान बुद्ध का कपर्द रूप में मंडित केश ( महात्मा बुद्ध के ज्ञान प्राप्ति के पश्चात् केश तक मुंडित करा लिए और केवल बालों की एक लट सिर पर रहने दी , इस आशय की मूर्ति को कपर्द की संज्ञा मिली ) वाला बुद्ध शीर्ष भरतपुर संग्रहालय में उपलब्ध हैं , जो कुषाणकालीन कला का उल्लेखनीय उदाहरण हैं।