कबीर-पंथ का अर्थ
[ kebir-penth ]
कबीर-पंथ उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- कबीर-पंथ के प्रसंग में ‘त्रिज्या ' का उल्लेख भर जरूर
- भारत में कबीर-पंथ की प्रमुख शाखाएं
- हाँ , क्षितिमोहन सेन और केदारनाथ द्विवेदी जैसे कुछ विद्वानों ने कबीर-पंथ के प्रसंग में ‘त्रिज्या' का उल्लेख भर जरूर किया।
- हाँ , क्षितिमोहन सेन और केदारनाथ द्विवेदी जैसे कुछ विद्वानों ने कबीर-पंथ के प्रसंग में ‘ त्रिज्या ' का उल्लेख भर जरूर किया।
- उनके प्रभाववश उनके पीछे निम्न वर्ण के लोगों ने उनके नाम से पंथ चला लिए ; जैसे - कबीर-पंथ , दादू-पंथ आदि ।
- कबीर के विचार जितने भी क्रन्तिकारी रहे हो , कबीर-पंथ को इसके ठेकेदारों ने इसे हिन्दू धर्म का एक संप्रदाय बना कर रख दिया है .
- कबीर के विचार जितने भी क्रन्तिकारी रहे हो , कबीर-पंथ को इसके ठेकेदारों ने इसे हिन्दू धर्म का एक संप्रदाय बना कर रख दिया है .
- ' पर कबीर तो कबीर ठहरे ! किसी की बात लगने दें तब तो ! बोले , ' नहीं परम पिता , मैने सुना है कबीर-पंथ और कबीरपंथी वहाँ मौजूद हैं ।लोगों ने बहुत तरक्की कर ली है ।