कलकंठ का अर्थ
[ kelkenth ]
कलकंठ उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- एक काले रंग का पक्षी जिसकी आवाज सुरीली होती है:"कोयल की आवाज़ मन को छू लेती है"
पर्याय: कोयल, कोकिला, कोकिल, पिक, कुहकनी, कादंबरी, कादम्बरी, मधुकंठ, मधुकण्ठ, अन्यपुष्ट, अन्यभृत, रक्तदृग, अपराजिता, पंचमास्य, मधुकोष, मधुवन, वसंतदूती, वसन्तदूती, वसंतव्रत, वसन्तव्रत, मदोल्लापी, काकलीख, शारदी, मदालापी, मदनपाठक, अरुणनेत्र, मदनशलाका, अरुणलोचन, अलि, अलिपक, अलिमक, कामदूती, रक्तकंठ, मधुस्वर, रक्तकण्ठ, ताम्राक्ष - एक प्रकार का चातक जो मध्यम आकार का होता है:"काफल पाकू के शरीर के नीचे के भाग में काले पट्टे होते हैं"
पर्याय: काफल पाकू, कायफल पक्का, अन्यवाप, किंकिरात
उदाहरण वाक्य
- कजरी गाते कर्मशील कलकंठ , कोकिला की संगत में,
- वाणी की वीणा बने कलकंठ , छटा सी सलोनी सी ज्योति जगाओ
- तूम शील सनेह सरोवर में नलिनी सी खिलो खिल के मुस्काओ वाणी की वीणा बने कलकंठ , छटा सी सलोनी सी ज्योति जगाओतुम क्षीर का सागर हो सुमुखे, निज अंक में बालक विष्णु सुलाओहे नारी.....कभी दूरदर्शन पर तुम…
- तूम शील सनेह सरोवर में नलिनी सी खिलो खिल के मुस्काओ वाणी की वीणा बने कलकंठ , छटा सी सलोनी सी ज्योति जगाओतुम क्षीर का सागर हो सुमुखे, निज अंक में बालक विष्णु सुलाओहे नारी.....कभी दूरदर्शन पर तुम वस्त्र विहीन न देह दिखाओ