काँड़ी का अर्थ
[ kaanedei ]
काँड़ी उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
- ” काँड़ी आँख से मत देख , घुमा ले गर्दन अपनी , आ सीट बदल ले मेरे से छोरे।
- काँड़ी ( सं . ) [ सं-स्त्री . ] 1 . छाजन आदि में प्रयुक्त बाँस या बल्ली 2 .
- काँड़ी में चावल कुटने की आवाज़ सुनते हुए / हो ची मिन्ह मूसल के नीचे चावल सहता है कसी यातनाएँ कुटाई हो जाने पर दिखता है कैसा झक्क कपास के समान वह घटती हैं आदमी के साथ भी ठीक ऐसी घटनाएँ कड़ी परीक्षाएँ देती हैं बदल उसे परिष्कृत हीरे में