कामागाटामारू का अर्थ
[ kaamaagaaataamaaru ]
कामागाटामारू उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- एक जापानी समुद्री जहाज़ जिसे गुर्दित सिंह संधु ने किराये पर लिया था:"गुर्दित सिंह ने कामागाटामारू का नाम गुरु नानक जहाज़ रखा था"
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- कामागाटामारू नामक जहाज के झंडे पर ' वन्दे मातरम्' अंकित किया गया था ।
- सन 1913 में कामागाटामारू जहाज में जिन गदरियों पर अंग्रेज सरकार का चाबुक चला उनमें से 32 जालंधर के थे और जो शहीद हुए उनमें से तीन इसी जिले से थे।
- कामागाटामारू जहाज के मुसाफिरों और गदर पार्टी के संस्थापक प्रधान सोहन सिंह भकना के फिल्म टोटों के अलावा रणदीप मदोके की निर्माणाधीन डाकुमेंटरी फिल्म गदर 1913 के अंश प्रस्तुत किए गए।
- कामागाटामारू जहाज से १ ९ १ ५ में भारत की स्वतंत्रता के लिए सर धड़ की बाजी लगाकर जो वीर चले थे और हांगकांग , सिंगापुर और बर्मा में स्थित ब्रिटिश सेना में जो बगावत हुई थी , इन सबके मूल में यह ऐतिहिसिक ग्रन्थ ही था .
- कामागाटामारू कांड से जुड़े पं . परमानन्द , डी . ए.व ी . कानपुर के छात्र एवं भगत सिंह व आजाद के सहयोगी महावीर सिंह , अरविंद घोष के भाई वारीन्द्र कुमार घोष , बटुकेश्वर दत्त , अनुशीलन से जुड़े शचीन्द्रनाथ सान्याल सहित तमाम ऐसे लोग यहाँ कैद थे , जिन्होंने निर्वासन के बावजूद यहाँ क्रांतिकारी साहित्य को प्रोत्साहित किया।
- जागरण संवाददाता , अमृतसर: पिंगलवाड़ा संस्था के अध्यक्ष डा. इंद्रजीत कौर ने अपनी अमेरिका व कनाडा दौरे से पहले पत्रकार सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने अपनी कार्ययोजना के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि वह 29 अगस्त से 25 सितंबर तक पिंगलवाड़ा सोसायटी के सदस्य राजबीर सिंह के साथ दौरे पर हैं। कनाडा के अलबरटा प्रांत के कैलगरी शहर में एक सितंबर को उनका 13वें पंजाबी इंडो फेस्टिवल जोकि कामागाटामारू के शहीदों की याद में मनाया जा रहा है, में कनाडा की समूह संगत द्वारा उनका सम्मान किया
- अशोक नीर , अमृतसर विरसा विहार के दो गुटों के बीच पैदा हुआ विवाद उग्र रूप धारण कर गया है। हेरीटेज क्लब में आयोजित पत्रकार सम्मेलन के दौरान शिरोमणि साहित्यकार परमिंदर ने केवल धालीवाल पर संगीन आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब रंगमंच के कलाकार, निर्देशक व शिरोमणि नाटककार केवल धालीवाल द्वारा लिखित पुस्तक 'इतिहास दे सफे ते' पर प्रदेश सरकार ने उन्हें 'शिरोमणि नाटक लेखक' के पुरस्कार से नवाजा। इस किताब के लिए डा. हरचरण सिंह की पुस्तक 'कामागाटामारू' व प्रवासी साहित्यकार ज्ञानी केसर सिंह के न