कुवलयाश्व का अर्थ
[ kuvelyaashev ]
कुवलयाश्व उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- पुराणों में वर्णित एक घोड़ा :"पातालकेतु को मारने के लिए सूर्य ने कुवलयाश्व को भेजा"
पर्याय: धुंधुमार, धुंधमार, धुन्धुमार, धुन्धमार - इक्ष्वाकु वंश के एक राजा जो राम के पूर्वज और त्रिशंकु के पुत्र थे:"धुंधुमार के पुत्र युवनाश्व थे"
पर्याय: धुंधुमार, धुंधमार, धुन्धुमार, धुन्धमार - एक पौराणिक ऋषि:"प्रतर्दन का वर्णन सामवेद में मिलता है"
पर्याय: प्रतर्दन, प्रतर्दन ऋषि - काशी के महापराक्रमी राजा शत्रुजित् का पुत्र:"ऋतुध्वज की पत्नी का नाम मदालसा था"
पर्याय: ऋतुध्वज
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- एक बार महाराज ने राजकुमार से कहा-तुम्हारे पास कुवलयाश्व है।
- ऋषि ने सब बातें बतायीं और वह कुवलयाश्व भी महाराज को दिया।
- उसका मुख्य ग्राम द्युमात् था किंतु वह प्रतर्दन , ऋतुध्वज और कुवलयाश्व नामों से भी विख्यात था।
- एक दिन किसी दैवी पुरुष ने ऋषि को एक घोडा देते हुए कहा-भगवन् ! आप इस घोडे को लीजिये, इसका नाम कुवलयाश्व है।
- राजकुमार ने उसके पीछे अपना घोडा दौडाया , वह दौडते-दौडते एक बिल में घुस गया, कुवलयाश्व भी उसके साथ ही उस बिल में घुस गया।
- ब्रा . ५-१४. वैवस्वत मनु इक्ष्वाकु, विकुक्षि (शाशाद) पुरंजय (कुकुत्थ) अनेनस (५) पृथु विष्टराश्व, आर्द्र, युवनाश्व प्रथम, श्रीवस्त (१०) वृहदश्व, कुवलयाश्व दृढाश्व, प्रमोद, हर्यश्व (१५) निकुम्भ, संहताश्व, अकृशशाश्व, प्रसेनजित्, युवनाश्व (दूसेर २०), मान्धातृ, पुरुस्त, त्रसदस्यु, सम्भत, रुसक, (२५) वृक, ऋत, नाभाग, अम्बरीष् सिन्दु द्वीप (३०) शतरथ, विश्वशर्मन, विश्वसह (प्रथम) दिलीप, खष्टांग, दीर्घवाह (३५) रघु, अज, दशरथ, राम (३९).