कुसंग का अर्थ
[ kusenga ]
कुसंग उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- बिनसहू उपजइ ज्ञान जिमि , पाई कुसंग सुसंग
- व्यक्ति की कुलीनता को निगल जाता है कुसंग
- कुसंग मन और देह दोनों को बिगाड़ता है।
- यदि नहीं करेंगे तो सत्संग कुसंग बन जाएगा।
- यदि सत्संग नहीं सुनेगा तो कुसंग में पड़ेगा।
- कुसंग का ज्वर सबसे भयानक होता है .
- तुलसी किएँ कुसंग थिति होहिं दाहिने बाम ।
- बसि कुसंग चाह सुजनता , ताकी आस निरास।
- किये , कुसंग किये , पापकर्म किये ।
- किये , कुसंग किये , पापकर्म किये ।