कृप का अर्थ
[ kerip ]
कृप उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- कौरवों के राजऋषि और श्वत्थामा के मामा जो शरद्वत ऋषि के पुत्र थे और महाभारत के युद्ध में कौरवों की तरफ़ से लड़े:"कृपाचार्य सात चिरंजीवियों में से एक थे"
पर्याय: कृपाचार्य
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- करन ! गहौ धनु वेग, जाहु कृप! आगे धाई।
- अश्वत्थामा बलिव्र्यासो हनुमांश्च विभीषण : कृप: परशुरामश्च सप्तैते चिरजीविन:।।
- अश्वत्थामा बलिव्र्यासो हनुमांश्च विभीषण : कृप: परशुरामश्च सप्तैते चिरजीविन:।।
- कृप : परशुरामश्चेव सप्तैते चिरजीविन : ।।
- आप स्वयं , भीष्म पितामह, कर्ण, कृप, अश्वत्थामा, विकर्ण तथा
- द्रोण और कृप को भी लोग जानते ही हैं।
- कनक कलश करि धुन धर्यो सो कृप कुरु गुरु आप।
- शरद्वान गौतम ने गुप्त रूप से कृप को धनुर्विद्या सिखायी।
- हैं आप फिर श्रीभीष्म , कर्ण, अजेय कृप रणधीर हैं .
- कृप भी धनुर्विद्या में अपने पिता के समान ही पारंगत हुये।