कौसिल्या का अर्थ
[ kausileyaa ]
कौसिल्या उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- कौसिल्या के हरस पै तुलसीदास जी कहिन :
- भये प्रकट कृपाला दीनदयाला कौसिल्या हितकारी
- मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की माता दक्षिण कोसल के राजा भानुमंत की बेटी थीं , इसलिए उनका नाम कौसिल्या रखा गया .
- गौरी पुत गनपित है , अंजनी के हनुमान देवी सतालिका पुत भैरव हैं , कौसिल्या के हैं राम प्रथम चरण गनपित को ।
- गौरी पुत गनपित है , अंजनी के हनुमान देवी सतालिका पुत भैरव हैं , कौसिल्या के हैं राम प्रथम चरण गनपित को ।
- यही हमर बढ़िया है बपौती , आ देवता इहां औ रज ला आंजे नैन निटोर॥ राम के महतारी कौसिल्या, इहें के राजा के है बिटिया।
- ऐसी मान्यता है कि इस प्रदेश में मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीम रामचन्द्र जी की जननी मां कौसिल्या के नाम से यह प्रदेश कौशल प्रदेश हुआ करता था ।
- जैसे ही पाठक इस कोण से देखना शुरू करेंगे कि आज कौसिल्या रानी अयोध्या में हैं या दिल्ली में या जगह-जगह हर जगह , अर्थ की अनेक छवियाँ दिखती जाएंगी।
- जैसे ही हम तनिक कविता के अंतस्तल में झाँकते हैं , लगता है कि अरे यह हरिनी तो एक माँ है , जो दूसरी माँ कौसिल्या रानी से संवाद करती है।
- इस नाम के पीछे यह मान्यता है कि रामचन्द्र जी का ननिहाल उनकी माता कौसिल्या जी का प्रदेश कौसल इसी क्षेत्र में था जिसे चलते बिलासपुर जिले के ग्राम कोसला में आज भी वह वैभव शाली पुरातात्विक अवशेष यहां पाये जाने की संभावना है ।