ख़ुश्क का अर्थ
[ kheushek ]
ख़ुश्क उदाहरण वाक्य
परिभाषा
विशेषण- जो रोचक न हो:"यह आपके लिए अरोचक कहानी होगी, मुझे तो इसमें आनंद आ रहा है"
पर्याय: अरोचक, अरुचिकर, नीरस, रसहीन, रुचिहीन, फीका, बेमजा, बेमज़ा, खुश्क, अरस, असार - जिसमें गीलापन या नमी न हो या बहुत कम हो:"सूखे मौसम में त्वचा रूखी हो जाती है"
पर्याय: सूखा, शुष्क, खुश्क, अनार्द्र, रूखा, रुक्ष, रूख, अपरिक्लिन्न, उकठा - जो रसिक न हो:"तुम इतने नीरस इंसान हो कि तुमसे मज़ाक करना भी बेकार है"
पर्याय: नीरस, अरसिक, खुश्क, अरसज्ञ, रसहीन, रूखा, खूसट, शुष्कहृदय
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- हर शाख़ के ख़ुश्क नीस्त , रक़सां गरदद ।
- ज़ख़्म आएं तो सभी ख़ुश्क हुआ करते हैं
- ख़ुश्क आँखों को फिर से हरा कर गया
- बाद इसके कि ख़ुश्क हो गई थी .
- मीरा को अपना गला ख़ुश्क होता जान पड़ा।
- खिलते थे कँवल जिसमें वो तालाब ख़ुश्क है
- मीरा को अपना गला ख़ुश्क होता जान पड़ा।
- पूरी भी ख़ुश्क लब है कि घी छ :
- वो देख लो वो समंदर ख़ुश्क होने लगा
- उनमे गला थोड़ा ख़ुश्क होता रहता है।