खैरखाह का अर्थ
[ khairekhaah ]
खैरखाह उदाहरण वाक्य
परिभाषा
विशेषण- हित या भला चाहनेवाला:"आज के ज़माने में हितैषी लोग मुश्किल से मिलते हैं"
पर्याय: हितैषी, शुभचिंतक, शुभचिन्तक, कल्याण कामी, हितचिंतक, हिताकांक्षी, शुभाकांक्षी, शुभेच्छुक, ख़ैरख़ाह
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- और शवासन से उठ खड़े हुए खैरखाह
- ये जो युद्ध में नालायक दुर्योधन के खैरखाह बनके यहाँ आये हैं और लड़ेंगे
- अहलकार और खैरखाह लोग जरूरी कामों को भी छोड़कर तिलिस्मी इमारत में इकट्ठे हो रहे हैं।
- और इनके खैरखाह ? उनकी तो सांसें तक उल्टी चलने लगी थीं , सबको उठा-उठा कर जमीन पर लिटा दिया गया था।
- भूत - मैं तुमसे सब-कुछ कहता हूं क्योंकि तुम लोग मेरे खैरखाह हो और मुझे तुम लोगों का बहुत सहारा रहता है।
- वे मेरे धर्म के पिता हैं , मैं अपना किस्सा कहते समय अर्ज कर चुकी हूं कि उन्होंने मेरी जान बचाई थी , वे हम लोगों के सच्चे खैरखाह और भला चाहने वाले हैं।
- धन्नूसिंह की बात सुनकर मनोरमा को डर के साथ ही साथ क्रोध भी चढ़ आया और वह कड़ी निगाह से धन्नूसिंह की तरफ देखकर बोली , '' महाराज के खैरखाह एक तुम्हीं तो दिखाई देते हो इतनी बड़ी फौज की अफसरी करने के लिए क्यों मरे जाते हो जो एक औरत के सामने जाने की हिम्मत नहीं है ? '
- उसने सोचा कि यदि लक्ष्मीदेवी और बलभद्रसिंह हमारी कैद में बने रहेंगे तो हेलासिंह और मुन्दर भी कब्जे के बाहर न जा सकेंगे क्योंकि वे समझेंगे कि अगर दारोगा से बेमुरौवती की जाएगी तो वह तुरन्त बलभद्रसिंह और लक्ष्मीदेवी को प्रकट कर देगा और खुद राजा का खैरखाह बना रहेगा , उस समय लेने के देने पड़ जायेंगे , इत्यादि।
- माधवी के पास पहुंचकर दोनों आदमी घोड़े से नीचे उतर पड़े और कुबेरसिंह ने माधवी को सलाम करके कहा , '' आज बहुत दिनों के बाद ईश्वर ने मुझे आपसे मिलाया ! मुझे इस बात का बहुत रंज है कि आपने लौंडियों के भड़काने पर चुपचाप घर छोड़ जंगल का रास्ता लिया और अपने खैरखाह कुबेरसिंह ( हम ) को याद तक न किया।
- इसके पहले कि सिपाहियों को दोनों नकाबपोशों के साथ किसी तरह के बर्ताव की नौबत आवे , छोटे नकाबपोश ने ऊंची आवाज में ललकारकर कहा , '' भाइयो , तुम लोग यह न समझो कि हम लोग भाग जायेंगे , मैं भागने के लिए नहीं आया हूं , मैं तुम लोगों का दुश्मन नहीं हूं और न तुम लोगों के दुश्मनों का साथी हूं , बल्कि तुम्हारा सच्चा दोस्त और खैरखाह हूं।