गंगेरन का अर्थ
[ ganegaeren ]
गंगेरन उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- गंगेरन का पेड़ सहदेई के पेड़ के समान ही होता है।
- बरियारी , गंगेरन , मुलहठी , काकड़ासिंगी , नागकेसर मिश्री इन सभी को बराबर मात्रा में लेकर पीस-छानकर चूर्ण बना लें।
- बरियारी , गंगेरन , मुलहठी , काकड़ासिंगी , नागकेसर मिश्री इन सभी को बराबर मात्रा में लेकर पीस-छानकर चूर्ण बना लें।
- अर्जुन की जड़ की छाल का चूर्ण और गंगेरन की जड़ की छाल को बराबर मात्रा में लेकर उसका बारीक चूर्ण तैयार करें।
- अर्जुन की जड़ की छाल का चूर्ण और गंगेरन की जड़ की छाल को बराबर मात्रा में लेकर उसका बारीक चूर्ण तैयार करें।
- गोखरू , तालमखाला , असगंध , शतावरी , मूसली , कौंच के बीज , मुलहठी , गंगेरन और खिरैटी को बराबर मात्रा में पीसकर चूर्ण बना लें।
- गोखरू , तालमखाला , असगंध , शतावरी , मूसली , कौंच के बीज , मुलहठी , गंगेरन और खिरैटी को बराबर मात्रा में पीसकर चूर्ण बना लें।
- 5 . तालमखाना : लगभग 25 - 25 ग्राम की मात्रा में तालमखाना , असगंध , बीजबन्द , गंगेरन , बरियार , कौंच के बीजों की गिरी , काली मूसली , सफेद मूसली और गोखरू को पीसकर तथा छानकर इस चूर्ण को लगभग 100 ग्राम देसी घी में भूनकर इसमें लगभग 100 ग्राम खांड़ या शक्कर को मिलाकर रख लें।
- 5 . तालमखाना : लगभग 25 - 25 ग्राम की मात्रा में तालमखाना , असगंध , बीजबन्द , गंगेरन , बरियार , कौंच के बीजों की गिरी , काली मूसली , सफेद मूसली और गोखरू को पीसकर तथा छानकर इस चूर्ण को लगभग 100 ग्राम देसी घी में भूनकर इसमें लगभग 100 ग्राम खांड़ या शक्कर को मिलाकर रख लें।