गंभारी का अर्थ
[ ganebhaari ]
गंभारी उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- एक बड़ा पेड़ जिसकी लकड़ी बहुत मजबूत होती है और पत्ते पीपल के पत्तों के समान होते हैं:"गम्भारी की लकड़ी का बना ढोल बहुत ही उत्तम होता है"
पर्याय: गम्भारी, काश्मरी, भद्रा, सिधुपर्णी, मधुरसा, द्वितीयत्रिफला, सिंधुपर्णी, सिन्धुपर्णी, सिंधुवेषण, सिन्धुवेषण, मुकुंद, मुकुन्द
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- गंभारी का फल एक प्रकार का रसायन है।
- गंभारी की पत्तियां स्नेहन और ठण्डी होती है।
- गंभारी , श्रीपर्णी , मधुपिर्णका , काश्मीरी , पीतरोहिणी
- गंभारी के बीजों का तेल मीठा तथा कषैला होता है।
- गंभारी के पेड़ 12 से 18 मीटर तक ऊंचे होते है।
- गंभारी वात , पित्त कफ तीनों दोषों को दूर करता है।
- गंभारी के वृक्ष पहाडी इलाकों में बहुतायत से पाए जाते हैं .
- गंभारी फल , खजूर एवं फालसा इन फलों को पानी में मसलकर छान लें।
- इसी तरह गंभारी फल , खजूर एवं द्राक्षा (मुनक्का) को प्रयोग किया जा सकता है।
- गंभारी फल , खजूर एवं फालसा इन फलों को पानी में मसलकर छान लें।