ग़ैरत का अर्थ
[ gaeairet ]
ग़ैरत उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- अपनी प्रतिष्ठा या अभिमान:"महाराणा प्रताप ने आजीवन स्वाभिमान की रक्षा की"
पर्याय: स्वाभिमान, ख़ुद्दारी, खुद्दारी, गैरत, आत्माभिमान - वह मनोभाव जो स्वभावतः अथवा संकोच, दोष आदि के कारण दूसरों के सामने सिर उठाने या बोलने नहीं देता है:"लज्जा के मारे वह कुछ न बोल सकी"
पर्याय: लज्जा, लाज, शर्म, शरम, शर्मिंदगी, शरमिंदगी, संकोच, सकुचाहट, झेंप, झेप, हया, लिहाज, लिहाज़, व्रीड़ा, व्रीडा, गैरत, व्रीड़, व्रीड़न, मुरव्वत, मुरौवत, हिजाब, कानि, पत, मंदाक्ष, मन्दाक्ष, खिली, ह्री, ह्रीका, अवि, नटांतिका, नटान्तिका, आकुंठन, आकुण्ठन, आर
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- मेरी ग़ैरत को नहीं मं८ाूर था ऐसा सवाल
- कुछ तो पासे-आबरू हो , कुछ तो ग़ैरत खाइये
- ऐसे रसूल पर ग़ैरत वालियों की लअनत .
- अपनी ग़ैरत बेच डालें अपना मसलक़ छोड़ दें
- कुछ तो पासे-आबरू हो , कुछ तो ग़ैरत खाइये***************************
- वह बेहया नहीं , बे ग़ैरत नहीं है !
- ए कुश्ता-ए-सितम तेरी ग़ैरत को क्या हुआ
- यही है लाज का , ग़ैरत का आस्ताना,
- यही है लाज का , ग़ैरत का आस्ताना,
- ? क्या लोगों की ग़ैरत मर चुकी है ...