गुर्ज़ का अर्थ
[ gaurej ]
गुर्ज़ उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- एक प्राचीन अस्त्र जिसमें डंडे के एक सिरे पर मोटा गोला लगा होता है:"भीम गदा चलाने में निपुण थे"
पर्याय: गदा
उदाहरण वाक्य
- गुर्ज़; डंडे में बड़ा लट्टू लगा हुआ एक प्राचीन अस्त्र
- लोहे के गुर्ज़ से फ़रिश्ते पीट रहे होंगे , जिल्दे बदन जल-जल के गिरती होगी।
- फिर सवाल करने वाले कहेगें कि क्या तूने मालूम नही किया और हिदायत हासिल नही की ? फिर उस के सर पर ऐसा लोहे का गुर्ज़ लगायेगें कि जिस से जिन्नात व इंसान के अलावा ज़मीन के सारे जानवर हिल जायेगें।
- उनके सिरों पर खौलता हुआ पानी डाला जाएगा - इससे जो कुछ उनके पेटों में है , वह पिघल जाएगा और खालें भी - और उनके लिए ( दंड देने को ) लोहे के गुर्ज़ होंगे - जब कभी भी घबराकर उससे निकलना चाहेंगे तो उसी में लौटा दिए जाएँगे और ( कहा जाएगा ) “ चखो दहकती आग की यातना का मज़ा ! ” ( 22 -सूरः अल-हज्जः 22 )