गोपीचंदन का अर्थ
[ gaopichenden ]
गोपीचंदन उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- एक प्रकार की मिट्टी जो सफेद रंग की होती है:"पंडितजी ने यजमान के माथे पर गोपीचंदन से टीका लगाया"
पर्याय: गोपीचन्दन, गोपी चंदन, गोपी चन्दन, आढ़की, पर्पटी, सौराष्ट्री, तालक
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- इसी प्रकार गोपीचंदन का दान करने से मोक्ष मिलता है।
- विष्णु गायत्रीका उच्चारण करते हुए मस्तकपर गोपीचंदन लगानेकी प्रथा है ।
- दाम्पत्य सुख के लिए माथे पर गोपीचंदन का टीका लगाना चाहिए।
- तमाम मंदिरों में प्रयुक्त होने वाला गोपीचंदन यहीं से आता है।
- गोपीचंदन वह है , जो गोपियोंको यानी श्रीकृष्णकी स्त्रियोंको आनंद देता है ।
- इसमें आसपास गोपीचंदन की तथा बीच में काले रंग की मोटी खड़ी रेखा होती है।।
- जब भी श्राद्ध करें , तिल , जौ , गोपीचंदन , कुश , गंगाजल आदि का उपयोग अवश्य करें।
- जब भी श्राद्ध करें , तिल , जौ , गोपीचंदन , कुश , गंगाजल आदि का उपयोग अवश्य करें।
- पंण् अनिल द्विवेदी जी के अनुसार इस पक्ष मे दिवंगत पूर्वजो की मृत्यु तिथि अनुसार तिलए कुशा पुष्पए अक्षत गंगाजल जौ तुलसी गोपीचंदन दूध शहद आदि से श्रद्धापूर्वक पिंडदान तर्पण कियां जाता है।
- उडुपी श्री कृष्ण मंदिर की कथा : - 13 वी शताब्दी के मध्य में जब सोमनाथ और द्वारका पर मुसलमान शासकों ने आक्रमण किया तो एक भक्त और नाविक भगवान श्री कृष्ण की मूर्ति गोपीचंदन से लड़ा कर अपनी नाव में दक्षिण की ओर चला गया.