चश्म का अर्थ
[ cheshem ]
चश्म उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- ये चश्म बेगिर्या पर खलिश यूँ ही सही ?
- याद मेरे चश्म को दिन-रात यूं भरती गयी
- चश्म -ये- जहाँ की जो मिली चिलचिलाती धूप
- किसी के चश्म पुर-नम दामने-शब में अंधेरा हो ,
- होना न चार चश्म दिक उस ज़ुल्म-पैशा से
- डूबे तो कई बार उस चश्म में मगर ,
- जब नाम तेरा लीजिए तब चश्म भर आवे।
- चश्म पोशी दाद-ओ-दानिस्तख : की है ऐ ज़फ़र वरना
- ख़ूँनाब३ यूँ कभी न मिरी चश्म से थमा
- चश्म में उसका नजारा , है मगर मिलता नहीं ।