चिट्ठीरसाँ का अर्थ
[ chitethiresaan ]
चिट्ठीरसाँ उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
- पुराने दौर में घर से बाहर के कामों को अंजाम देने के लिए अलग सेवक होते थे जो अन्य कामों के साथ साथ चिट्ठीरसाँ यानी डाकिये की भूमिका भी निभाते थे ।
- पुराने दौर में घर से बाहर के कामों को अंजाम देने के लिए अलग सेवक होते थे जो अन्य कामों के साथ साथ चिट्ठीरसाँ यानी डाकिये की भूमिका भी निभाते थे ।
- इ सी ‘ रस ' से ‘ रसाई ' शब्द भी बना है जिसमें पहुँच का ही भाव है जैसे “ ग़ालिब तक अपनी रसाई कहाँ ? ” उर्दू का ‘ रसाँ ' शब्द प्रत्यय की तरह इस्तेमाल होता है जैसे ‘ चिट्ठीरसाँ ' यानी पत्रवाहक या पत्र पहुँचाने वाला ।